“हथियार छोड़ मुख्यधारा में जुड़ें नक्सली, नहीं तो सरकार…”, एग्जिक्यूटिव एडिटर ज्ञानेंद्र तिवारी के साथ CM विष्णुदेव साय का Exclusive Interview
Vishnu Deo Sai Interview: देश भर में लोकसभा चुनाव का शोर है. छत्तीसगढ़ भी इससे अछूता नहीं है. सीएम विष्णुदेव साय इन दिनों ‘सांय-सांय’ रैली और चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं. ऐसे में विस्तार न्यूज़ के दर्शकों को लोकसभा चुनाव के दौरान एक मुख्यमंत्री की दिनचर्या क्या होती है? सीएम विष्णुदेव साय एक दिन में कितनी सभा करते हैं? क्या खाते हैं? सबकुछ दिखाने और विस्तार से बताने के लिए हमारे एग्जिक्यूटिव एडिटर ज्ञानेंद्र तिवारी ने सीएम विष्णुदेव साय का विस्तार से इंटरव्यू किया है. पूरे दिन सीएम के साथ हेलीकॉप्टर से लेकर कार तक में एक्जीक्यूटिव एडिटर ज्ञानेंद्र तिवारी ने सफर किया है और दर्शकों को बताया है कि एक सीएम क्या-क्या करते हैं:
ज्ञानेंद्र तिवारी के साथ सीएम विष्णुदेव साय की बातचीत के प्रमुख अंश:
सवाल: हेलीकॉप्टर में बैठने के साथ ही सीएम साहब काम शुरू हो गया?
जवाब: हां, आज के कार्यक्रम की तैयारी कर रहे हैं कि कहां-कहां सभा है. नवागढ़ , दुर्ग ,खड़गमा और रायपुर लोकसभा क्षेत्र में कार्यक्रम है. इसकी तैयारी पहले ही कर लेते हैं.
सवाल: व्यस्त दिनचर्या के दौरान अपने सेहत का मुख्यमंत्री कैसे ख्याल रखते हैं?
जवाब: हेलीकॉप्टर में फल रखते हैं. घर का छाछ रखते हैं. वैसे तो दोपहर की सभा के दौरान खाना मिलता ही है. कार्यकर्ताओं के साथ भी कभी-कभी भोजन कर लेते हैं. हालांकि, चुनाव के दौरान ज्यादातर सफर में ही खाना पड़ता है.
ऐसा नहीं रहा कि ज्ञानेंद्र तिवारी ने सिर्फ सीएम को ही कवर किया. पड़ाव दर पड़ाव वो स्थानीय लोगों से भी बातचीत करते रहे. उन्होंने एक छत्तीसगढ़ी कलाकार को सीएम विष्णुदेव साय से भी मिलाया.
सवाल: आपने भाषण में विपक्षी पार्टी पर कड़ा प्रहार किया है और कहा कि पूर्व की सरकार लूटने वाली रही है?
जवाब: पिछले 5 सालों में कांग्रेस की सरकार ने लूटने का काम किया है. सरकारी जमीन में घोटाला किए. गोबर में घोटाला किए. पूरा इनका पांच साल घोटाले में ही बीत गया…इसलिए जनता ने इन्हें सत्ता से हटा दिया.
यहां देखिए विस्तार से पूरा इंटरव्यू
सवाल: छत्तीसगढ़ में ‘सांय सांय’ काम हो रहा है, आपका यह अंदाज नया है?
जवाब: जी हां, ‘सांय-सांय’ काम कर रहे हैं हम. सीएम बनने के 100 दिनों के भीतर एक के बाद एक योजनाओं को पूरा किया. आवास योजना को मंजूरी दी. धान खरीदे. किसानों के बकाया को चुकाया. रामलला दर्शन योजना शुरू की.
सवाल: इतनी मेहनत करते हैं, परिवार वालों को कैसे समय देते हैं?
जवाब: रात में बातचीत हो जाती है.
सवाल: बीजेपी सरकार नक्सलवाद पर जो प्रहार कर रही है, इसी तरह नक्सलियों की कमर तोड़ते रहेंगे क्या?
जवाब: जब से सरकार में आए हैं. हम प्रयास कर रहे हैं. हमारे पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी यही चाहते हैं. हम तो चाहते हैं कि नक्सली हथियार छोड़ मुख्यधारा में जुड़ें. नहीं तो हम गोली का जवाब देना जानते हैं.