5000 नाम काटे, 7000 नए जोड़े…केजरीवाल ने BJP पर लगाए गंभीर आरोप, सचदेवा ने किया पलटवार

केजरीवाल ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि बीजेपी वोटर लिस्ट में दखलअंदाजी कर रही है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने हाल ही में दो महीने तक घर-घर जाकर मतदाता पहचान पत्रों को अपडेट किया था, लेकिन अब केवल 15 दिनों में हजारों नए नाम किस प्रकार से जुड़े हैं?
Arvind Kejriwal, Virender Sachdeva

अरविंद केजरीवाल और वीरेंद्र सचदेवा

Delhi Election: दिल्ली विधानसभा चुनावों से पहले आम आदमी पार्टी (AAP) और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज़ हो गया है. AAP के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के जिला निर्वाचन अधिकारी (DEO) को पत्र लिखकर बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि बीजेपी की ओर से चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ी की जा रही है, जिसके तहत पिछले कुछ दिनों में दिल्ली में 5000 से ज्यादा वोटरों का नाम कटवाया गया है, वहीं 7000 नए नाम जोड़े गए हैं.

केजरीवाल ने क्या-क्या आरोप लगाए?

केजरीवाल ने अपने पत्र में आरोप लगाया कि बीजेपी वोटर लिस्ट में दखलअंदाजी कर रही है. उनका कहना है कि चुनाव आयोग ने हाल ही में दो महीने तक घर-घर जाकर मतदाता पहचान पत्रों को अपडेट किया था, लेकिन अब केवल 15 दिनों में हजारों नए नाम किस प्रकार से जुड़े हैं? इससे यह स्पष्ट होता है कि बीजेपी बाहर से लोगों को दिल्ली लाकर उनके फर्जी पहचान पत्र बनवा रही है. केजरीवाल ने इस मामले की तुरंत जांच की मांग की है.

यह भी पढ़ें: दक्षिण कोरिया में भीषण विमान हादसा, जेजू एयर का विमान रनवे से उतरकर फेंसिंग से टकराया, 179 की मौत

पत्र में उन्होंने लिखा कि दिल्ली में हाल के दिनों में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र में मतदाता जोड़ने और हटाने के आवेदन में अचानक वृद्धि हुई है. उन्होंने निर्वाचन अधिकारी से आग्रह किया कि जब तक किसी व्यक्ति के मृत्यु प्रमाणपत्र या प्रवास का मामला न हो, किसी भी मतदाता का नाम बिना उचित सत्यापन के मतदाता सूची से नहीं हटाना चाहिए. केजरीवाल ने बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी तीन प्रमुख हथकंडों का सहारा लेकर चुनाव जीतने की कोशिश कर रही है:

-आम आदमी पार्टी के वोट काटकर
-फर्जी वोटर बनवाकर
-पैसों से वोट खरीदकर

बीजेपी का पलटवार

केजरीवाल के आरोप पर बीजेपी ने पलटवार किया है. दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि 2014 में दिल्ली में मतदाताओं की संख्या 1 करोड़ 19 लाख थी, जो 2015 में बढ़कर 1 करोड़ 33 लाख हो गई. उन्होंने सवाल उठाया कि इन 14 लाख नए मतदाताओं को कौन लाया और ये कहां से आए. सचदेवा ने यह भी कहा कि 2015 से 2019 के बीच चार साल में 6 लाख नए वोटर जुड़े, लेकिन 5 महीने में 9 लाख नए वोटर कैसे जुड़ गए?

सचदेवा ने चेतावनी दी कि 2025 में इस प्रकार की धांधली नहीं होने दी जाएगी. उन्होंने एक उदाहरण के रूप में एक 66 वर्षीय वोटर का नाम लिया, जो पहले वोटर लिस्ट में नहीं था. बीजेपी ने मांग की है कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जाए, जिनका दिल्ली से कोई संबंध नहीं है,फिर भी उन्हें वोटर लिस्ट में शामिल किया गया. उनका कहना है कि अगर इस मामले की जांच की जाए, तो यह संख्या हजारों तक पहुंच सकती है. बीजेपी का आरोप है कि केजरीवाल चुनावी जीत के लिए इस प्रकार की साजिशें कर रहे हैं.

ज़रूर पढ़ें