Delhi Liquor Scam: केजरीवाल ने तिहाड़ में किया सरेंडर, आधे घंटे बाद ही बढ़ गई न्यायिक हिरासत, ED की याचिका पर कोर्ट ने सुनाया फैसला
केजरीवाल ने तिहाड़ में किया सरेंडर, आधे घंटे बाद ही बढ़ गई न्यायिक हिरासत
Delhi Liquor Scam: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल(Arvind Kejriwal) ने रविवार, 2 जून को तिहाड़ जेल में सरेंडर कर दिया. तिहाड़ जेल जाने से पहले उन्होंने अपने परिवार और पार्टी नेताओं के साथ राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया. इसके बाद वह दिल्ली के कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद लिया. इसके बाद वह आम आदमी पार्टी के ऑफिस पहु्ंचे. आम आदमी पार्टी कार्यालय में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इसके बाद जैसे ही वह जेल पहुंचे, दिल्ली की राउज अवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 5 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में हुए पेश सीएम
रविवार को दिल्ली के सीएम अरविंद ने तिहाड़ जेल में आत्मसमर्पण किया. इसी के आधे घंटे बाद ही दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 5 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया. बता दें कि, प्रवर्तन निदेशालय(Enforcement Directorate) ने हाल में अरविंद केजरीवाल की न्यायिक हिरासत की मांग करते हुए एक आवेदन दायर किया था. चूंकि वह अंतरिम जमानत पर थे, इसलिए वह आवेदन लंबित था. ऐसे में उनके आत्मसमर्पण के बाद राउज एवेन्यू कोर्ट के ड्यूटी जज संजीव अग्रवाल ने आवेदन स्वीकार कर लिया और 5 जून तक न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला सुना दिया. इस दौरान अरविंद केजरीवाल को तिहाड़ जेल से ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया गया था.
मैंने कोई घोटाला नहीं किया है- अरंविद केजरीवाल
तिहाड़ जेल में सरेंडर करने से पहले अरंविद केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी कार्यालय में पार्टी के सभी जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने मुझे चुनाव प्रचार के लिए 21 दिनों की जमानत दी. मैं इसके लिए सुप्रीम कोर्ट का शुक्रिया अदा करना चाहता हूं. आज मैं फिर तिहाड़ जेल जा रहा हूं. मैंने इन 21 दिनों में से एक मिनट भी बर्बाद नहीं किया. मैंने सिर्फ AAP के लिए नहीं बल्कि कई पार्टियों के लिए प्रचार किया. मैं दिल्ली की जनता से कहना चाहता हूं कि मैं फिर जेल जा रहा हूं, इसलिए नहीं कि मैंने कोई घोटाला किया है बल्कि इसलिए कि मैंने तानाशाही के खिलाफ आवाज उठाई है.