400 स्कूल, बम से उड़ाने की धमकी और बच्चे की गिरफ्तारी…दिल्ली विधानसभा चुनाव में कैसे हुई अफजल गुरु की एंट्री?
Delhi Election 2025: दिल्ली में 400 स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाला मामला अब एक सनसनीखेज मोड़ ले चुका है. जब पुलिस ने धमकी देने वाले नाबालिग आरोपी को गिरफ्तार किया, तो एक नया और चौंकाने वाला खुलासा हुआ. आरोपी के पिता का नाम अब चर्चा का विषय बन गया है, क्योंकि उनका संबंध एक ऐसे एनजीओ से है, जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने गंभीर आरोप लगाए हैं.
बीजेपी का कहना है कि यह एनजीओ संभवतः देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकता है, और इसके तार कहीं न कहीं आम आदमी पार्टी से भी जुड़े हो सकते हैं. जैसे-जैसे यह मामला बढ़ रहा है, सुरक्षा के साथ-साथ राजनीति भी अब एक नई दिशा में मुड़ती दिख रही है.
क्या है पूरा मामला?
पिछले दिनों दिल्ली में 400 स्कूलों को एक साथ धमकी दी गई. यह धमकी स्कूलों के प्रशासन और अधिकारियों के लिए एक गंभीर सुरक्षा चुनौती बन गई. बम की धमकी मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस ने तुरंत इन स्कूलों की जांच शुरू की और सभी संभावित खतरे से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम किए. इसके बाद, पुलिस ने आरोपी नाबालिग को गिरफ्तार किया, और उसकी जांच के दौरान यह पता चला कि आरोपी के पिता का संबंध एक एनजीओ से है. इस एनजीओ को लेकर बीजेपी ने गंभीर आरोप लगाए और इसे आम आदमी पार्टी से जोड़ने की कोशिश की.
बीजेपी ने क्या-क्या आरोप लगाए?
बीजेपी ने इस पूरे मामले को एक बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना दिया है. पार्टी ने दावा किया कि जिस एनजीओ से आरोपी के पिता का संबंध था, उसने अफजल गुरु को फांसी दिए जाने का विरोध किया था. अफजल गुरु को 2001 के संसद हमले के मामले में दोषी ठहराया गया था और बाद में फांसी दी गई थी. बीजेपी का आरोप है कि यह एनजीओ और इस प्रकार के संगठन देश विरोधी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं, जो दिल्ली की सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं. बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह दावा किया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार एक ‘आपदा’ बनकर उभरी है. उन्होंने कहा कि मामले में जो जांच हो रही है, उसमें और भी घटनाओं का खुलासा हो सकता है.
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बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों का मामला
बीजेपी ने आरोप लगाया कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दो विधायक महेंद्र गोयल और जय भगवान उपकार बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को अवैध तरीके से बसाने में शामिल थे. बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेव ने दावा किया कि पुलिस के पास ऐसे दस्तावेज हैं, जो इन विधायकों की घुसपैठियों के साथ मिलीभगत को साबित करते हैं. उन्होंने कहा कि आप इस प्रकार की गतिविधियों को बढ़ावा देकर दिल्ली की सुरक्षा को खतरे में डालने का काम कर रही है.
यह मामला न केवल दिल्ली की सुरक्षा से जुड़ा हुआ है, बल्कि इससे जुड़े राजनीतिक आरोप भी देश के राजनीतिक परिप्रेक्ष्य में एक बड़ा सवाल खड़ा करते हैं. बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति के बीच, यह कहना कठिन है कि इस मामले में वास्तविकता क्या है. लेकिन एक बात स्पष्ट है कि दिल्ली की सुरक्षा को लेकर सभी पक्षों को गंभीरता से विचार करना होगा.