क्या ‘रेवड़ी’ के सहारे दिल्ली में 26 साल के बनवास को खत्म कर पाएगी BJP? मनोज तिवारी और बांसुरी स्वराज ने पॉडकास्ट में बताया पूरा प्लान
मनोज तिवारी और बांसुरी स्वराज
Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, राजधानी की सियासत में हलचल और तेज़ होती जा रही है. इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी अपनी 26 साल की सत्ता से बाहर रहने की लंबी कहानी को खत्म करने के लिए पूरी ताकत से मैदान में उतरी है. पार्टी ने एक नई रणनीति अपनाई है – ‘रेवड़ी पॉलिटिक्स’ वहीं, अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी चुनावी वादों और घोषणाओं के साथ फिर से दिल्ली की सत्ता पर क़ब्ज़ा जमाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. हालांकि, रेवड़ी पॉलिटिक्स पर केजरीवाल का कॉपी राइट माना जाता है.
लेकिन क्या बीजेपी इस बार अपना बनवास खत्म कर पाएगी, या फिर केजरीवाल की जादुई चुनावी रणनीति एक बार फिर से हावी हो जाएगी? इन सवालों के जवाब बीजेपी के प्रमुख नेता मनोज तिवारी, विरेंद्र सचदेवा और बांसुरी स्वराज ने एक पॉडकास्ट के जरिए दिए हैं. इस पॉडकास्ट में बीजेपी ने दिल्ली के मतदाताओं को अपने विकासात्मक एजेंडे के बारे में बताया और अरविंद केजरीवाल के ‘झूठे वादों’ और ‘राजनीतिक खेल’ पर जोरदार हमला भी किया.
बीजेपी का बनवास
1998 से दिल्ली विधानसभा में सत्ता से बाहर रहने के बावजूद बीजेपी ने यह माना कि पार्टी ने कई गलतियां की हैं और अब उन गलतियों से सीखा है. बीजेपी के नेता विरेंद्र सचदेवा ने कहा, “इस बार बनवास खत्म होगा. हम हर चुनाव से पहले आत्मविश्लेषण करते हैं और अब हम ये सुनिश्चित करेंगे कि वो गलतियां न हों जो पहले हुई थीं.”
सचदेवा ने दावा किया कि लोकसभा चुनावों के बाद हर विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने अपने वोटों में अचानक वृद्धि की है. उनका यह आरोप था कि चुनाव आयोग को इस बारे में शिकायत भी की गई थी. सचदेवा के अनुसार, यही कारण है कि बीजेपी को सत्ता में आने में बार-बार मुश्किलें आईं.
बीजेपी की ‘रेवड़ी’ संस्कृति पर सफाई
पॉडकास्ट में मनोज तिवारी ने रेवड़ी संस्कृति पर सफाई दी. उनका कहना था कि रेवड़ी का मतलब होता है कि आप जो वादा करते हैं, उसे पूरा नहीं करते. बीजेपी का यह दावा है कि उनकी योजनाएं और वेलफेयर स्कीम पूरी तरह से लागू होती हैं. तिवारी का कहना था, “हम जो वादा करते हैं, उसे निभाते हैं.” उन्होंने उदाहरण के तौर पर गरीबों को मुफ्त इलाज और घर देने की योजनाओं का हवाला दिया.
जातिगत आधार पर 1000 रुपये देने का ऐलान
अब सवाल यह उठता है कि बीजेपी ने दिल्ली में जातिगत आधार पर 1000 रुपये देने का ऐलान क्यों किया? मनोज तिवारी ने इसे लेकर सफाई दी कि यह वादा उन्होंने छत्तीसगढ़ में पहले किया था और अब दिल्ली में भी इसे लागू करेंगे. उनका कहना था कि जब सभी पार्टियां चुनावी वादे करती हैं और उन्हें पूरा नहीं करतीं, तब बीजेपी ने यह तय किया कि वह जो कहेगी, वह करेगी.
तिवारी ने यह भी स्पष्ट किया कि बीजेपी की योजना जातिगत आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं करने की है, बल्कि यह एक आर्थिक सहायता योजना है जो हर वर्ग के लोगों के लिए लाभकारी होगी.
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केजरीवाल के खिलाफ आरोप
पॉडकास्ट के दौरान बीजेपी नेता ने अरविंद केजरीवाल पर जोरदार हमला किया. बांसुरी स्वराज ने कहा कि केजरीवाल की वजह से दिल्ली का बजट 7000 करोड़ रुपये के घाटे में है. स्वराज ने यह आरोप भी लगाया कि केजरीवाल ने दिल्ली में 10 सालों में जो किया, उससे दिल्लीवासियों का जीवन बेहाल हो गया है. “बिजली, पानी, सड़कें—कुछ भी ठीक नहीं है. दिल्ली में हर ओर गंदगी है. जबकि दूसरे राज्यों में ऐसी समस्याएं नहीं हैं.”
स्वराज ने यह भी कहा कि जब आप सरकार चला रहे होते हैं, तो आपको सिर्फ घोषणाएं नहीं करनी चाहिए, बल्कि उन्हें जमीन पर उतारने का काम भी करना चाहिए, जो कि केजरीवाल के कार्यकाल में नहीं हुआ. उन्होंने केजरीवाल को ‘झूठे वादों’ और ‘राजनीतिक खेल’ का मास्टर बताया.
पानी, शिक्षा, और स्वास्थ्य के मुद्दे
बीजेपी के नेताओं ने दिल्ली के लोगों को याद दिलाया कि केजरीवाल सरकार ने कई मुद्दों को नजरअंदाज किया है, खासकर पानी की स्थिति. मनोज तिवारी ने बताया कि उन्होंने झुग्गी बस्तियों में महिलाओं से सुना कि वे गंदा पानी खरीदने के लिए हर महीने हजारों रुपये खर्च करती हैं, जिससे हजारों लोग बीमारी का शिकार हो चुके हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली में पानी की समस्या इतनी गंभीर है, लेकिन केजरीवाल सरकार ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.”
इसके अलावा, बीजेपी ने दिल्ली में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी केजरीवाल के कामकाज पर सवाल उठाए. तिवारी ने कहा कि केजरीवाल की योजनाओं में जो कमी है, उसे बीजेपी दूर करेगी.
बीजेपी का आत्मविश्वास
बीजेपी के नेताओं ने यह दावा किया कि उनके पास मोदी का नेतृत्व है, और यही सबसे बड़ी ताकत है. बांसुरी स्वराज ने कहा, “हमारे पास मोदी है, और मोदी का मतलब है गारंटी—वह जो कहते हैं, वह करते हैं.” यह संदेश साफ था कि बीजेपी इस चुनाव में मोदी के नाम पर विश्वास जताते हुए मैदान में उतरी है, और उन्हें उम्मीद है कि दिल्ली के लोग इसी भरोसे पर वोट देंगे.
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल रही है. बीजेपी ने इस बार पूरी ताकत से अपनी राजनीतिक जंग छेड़ी है और चुनावी वादों को लेकर आश्वस्त नजर आ रही है. दूसरी ओर, अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी भी अपने वादों और योजनाओं के साथ जनता के बीच में हैं. अब यह देखना होगा कि दिल्लीवासी किसे अपनी सरकार चुनते हैं और दिल्ली की राजनीति में किसकी जीत होती है.