Delhi Liquor Scam: ‘जेल के अंदर हो या बाहर, वहीं से चलेगी सरकार’, ED की रिमांड के बाद केजरीवाल का बड़ा बयान, बोले- नहीं दूंगा इस्तीफा
Delhi Liquor Scam: शुक्रवार, 22 मार्च को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट से बड़ा झटका लगा है. शराब घोटाला मामले में कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल को 28 मार्च तक ED की हिरासत में भेज दिया है. बीते दिन उनकी गिरफ्तारी के बाद आज उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां करीब 3 घंटे तक चली बहस के दौरान ED केजरीवाल की 10 दिन की हिरासत मांगी थी. बता दें कि यह पहला ऐसा मामला है जब किसी मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए किसी को गिरफ्तार किया गया है. इस बीच केजरीवाल ने साफ कर दिया है कि वह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे और जेल से सरकार चलाएंगे.
‘जेल से काम करने की कोशिश करेंगे’
केजरीवाल ने ‘आज तक’ के साथ बातचीत में अपनी गिरफ्तारी को लेकर बात की. इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सीएम पद से इस्तीफा नहीं दूंगा, अगर करना पड़ा तो जेल से ही सरकार चलाऊंगा. उन्होंने जोर दिया कि अंदर हो या बाहर. सरकार वहीं से चलेगी. दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने दावा किया कि मुझे यकीन है कि हमें दिक्कतें आएंगी, लेकिन हम इसी से काम करने की कोशिश करेंगे और दिल्ली की जनता यही चाहती है.
तबीयत एकदम फर्स्ट क्लास- केजरीवाल
वहीं अपनी हेल्थ को लेकर अरविंद केजरीवाल ने कहा कि उनकी तबीयत एकदम फर्स्ट क्लास है. ईडी के अचानक गिरफ्तार किए जाने पर उन्होंने जानकारी दी कि मुझे इसकी उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा, ‘मैंने नहीं सोचा था कि दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश के बाद ईडी इतनी जल्दी मुझे गिरफ्तार करने चली आएगी, सोचा कि वह गिरफ़्तारी से पहले कम से कम कुछ दिनों का इंतजार करेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे अपने माता-पिता से आशीर्वाद भी लेने का मौका नहीं मिला, इससे पहले ईडी की टीम मुझे ले गई. ईडी के आने से पहले मैं अपने माता-पिता के साथ ही बैठा था.
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‘ED का मकसद पूछताछ करना नहीं’
दिल्ली के सीएम ने कहा कि ईडी के सभी अधिकारियों ने अच्छा और सम्मानपूर्वक व्यवहार किया. कल रात ED की ओर से कोई पूछताछ नहीं हुई. उन्होंने दावा किया कि हिरासत के दौरान भी ज्यादा पूछताछ होने की उम्मीद नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं बिल्कुल भी डरा हुआ नहीं हूं, उन्हें जो भी चाहिए मैं पूरी तरह तैयार हूं. इस दौरान उन्होंने बड़ा दावा किया कि इनका उद्देश्य पूछताछ करना तो है ही नहीं. वहीं खुद को किंगपिन बताने पर उन्होंने कहा नीति कई स्तरों से गुजरी है. इस पर विधि सचिव, वित्त सचिव सभी ने हस्ताक्षर किए. एलजी ने भी इस पर हस्ताक्षर किए हैं. फिर भी मेरी समझ नहीं आता कि केजरीवाल और सिसौदिया ही कटघरे में कैसे हैं?