Delhi Liquor Scam: मनीष सिसोदिया को फिर नहीं मिली कोर्ट से राहत, 3 जुलाई तक बढ़ाई गई न्यायिक हिरासत

Delhi Liquor Scam: मनीष सिसोदिया(Manish Sisodia) के साथ-साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे.
Delhi, Liquor Scam, Manish Sisodia

आम आमदी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया

Delhi Liquor Scam: आम आमदी पार्टी के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया(Manish Sisodia) को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है. दिल्ली शराब घोटाला मामले में मनीष सिसोदिया को अदालत से कोई राहत नहीं मिली. शुक्रवार को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उनकी न्यायिक हिरासत तीन जुलाई तक के लिए बढ़ा दी है. राउज एवेन्यू कोर्ट ने केस की सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया. अब मनीष सिसोदिया की को लेकर इस मामले में 3 जुलाई को सुनवाई होगी.

राउज एवेन्यू कोर्ट ने 6 जुलाई तक बढ़ाई रिमांड

तिहाड़ जेल में बंद दिल्ली के पूर्व उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश हुए. साथ पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश हुए थे. इस दौरान कोर्ट की ओर से BRS नेता के कविता के खिलाफ चार्जशीट की कॉपी आरोपियों को देने का निर्देश दिए गए. बता दें कि इससे पहले राउज एवेन्यू कोर्ट ने गुरुवार को कथित दिल्ली शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया और अन्य आरोपियों की न्यायिक हिरासत को 6 जुलाई तक बढ़ा दी थी. वहीं कुछ दिनों पहले दिल्ली हाई कोर्ट ने भी इसी मामले में मनीष सिसोदिया को जमानत देने से इनकार कर दिया था.

यह भी पढ़ें: बूंद-बूंद पानी को तरसे दिल्ली के लोग, बीजेपी ने प्रदर्शन कर सीएम केजरीवाल से मांगा इस्तीफा

दो मामलों में मनीष सिसोदिया हुए हैं गिरफ्तार

बता दें कि मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी पिछले साल हुई थी. केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पिछले साल फरवरी में मनीष सिसोदिया को शराब नीति मामले में गिरफ्तार किया था. वहीं, इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उन्हें इससे जुड़े धनशोधन मामले में 9 मार्च को गिरफ्तार कर लिया था. फिलहाल सिसोदिया दोनों मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं. जांच एजेंसी ने आरोप लगाया है कि दिल्ली शराब नीति 2021-22 के जरिए केजरीवाल सरकार ने शराब कारोबारियों को अनुचित लाभ पहुंचाया था. जिससे सरकारी खजाने को नुकसान और आम आदमी पार्टी को फायदा हुआ. वहीं, दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी का कहना है कि यह सब बदले की भावना के तहत किया जा रहा है.

ज़रूर पढ़ें