Lok Sabha Election 2024: उदित राज के खिलाफ दिल्ली कांग्रेस ऑफिस के बाहर कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन, बाहरी उम्मीदवार नहीं चलेगा के लगाए नारे
Lok Sabha Election 2024: दिल्ली में लोकसभा चुनाव के लिए मतदान होने में अब एक महीने से भी कम का वक्त बचा है. लेकिन प्रदेश कांग्रेस की अंदरुनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. कन्हैया कुमार के बाद अब उत्तरी पश्चिमी दिल्ली से कांग्रेस उम्मीदवार उदित राज को लेकर भी पार्टी के अंदर विरोध तेज हो गया है.
सोमवार को इसकी झलक तब देखने को मिला जब एक तरफ कांग्रेस नेता पार्टी दफ्तर के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे तो वहीं बाहर कार्यकर्ताओं का एक गुट नारेबाजी करते हुए उदित राज की उम्मीदवारी का विरोध कर रहा था. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र हुए और नारेबाजी करने लगे-‘बाहरी उम्मीदवार नहीं चलेगा… उदित राज हाय-हाय’
ये भी पढ़ें- Delhi Liquor Case: अरविंद केजरीवाल के लिए राहत मांगना पड़ा भारी, कोर्ट ने खारिज की याचिका, लगाया 75 हजार का जुर्माना
पार्टी नेताओं ने उदित राज का विरोध किया
इससे पहले रविवार को दिल्ली कांग्रेस के प्रभारी दीपक बावरिया ने जब अपने आवास साउथ एवेन्यू पर पूर्व विधायकों और मंत्रियों की बैठक बुलाई तो तब भी जमकर हंगामा हुआ था. इसमें दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली भी मौजूद थे. उनकी मौजूदगी में पार्टी के कई नेताओं ने उदित राज का विरोध किया और दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया को भी खरीखोटी भी सुनाई.
दिल्ली कांग्रेस प्रभारी ने की इस्तीफे की पेशकश
पार्टी सूत्रों की मानें तो कई पूर्व विधायकों ने दीपक बावरिया के सामने राम मंदिर को लेकर जनवरी के महीने में जो टिप्पणी उदित राज की ओर से की गई थी, उसका मुद्दा भी उठाया. क्योंकि उनके इस बयान से जनता में काफी रोष है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि वह ऐसे में जनता के बीच वोट मांगने कैसे जाएंगे. सूत्रों के मुताबिक पूर्व विधायकों की तरफ से जिस भाषा का इस्तेमाल किया गया, उसके बाद दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बावरिया ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है.
पूर्व विधायकों ने उठाए कई सवाल
दिल्ली कांग्रेस के सूत्रों की मानें तो कई पूर्व विधायकों ने दीपक बावरिया को लेकर अपशब्द तक कहे. पार्टी नेताओं ने दीपक बावरिया से मीटिंग के दौरान कहा कि जब उम्मीदवार के नाम का ऐलान हो चुका है तब आप पूर्व विधायकों, नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक बुला रहे हैं, लेकिन जब उम्मीदवार का चयन करना था, तब यह बैठक क्यों नहीं बुलाई गई.