“पंजाब से फंडिंग, सिसोदिया- आतिशी को तो केजरीवाल…”, प्रवेश वर्मा ने AAP पर लगाए कई गंभीर आरोप

भाजपा नेता प्रवेश सिंह वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. वर्मा ने कहा कि केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव हारने वाले हैं और अपनी हार को छुपाने के लिए बहाने बना रहे हैं.
प्रवेश वर्मा और केजरीवाल

प्रवेश वर्मा और केजरीवाल

Delhi Election 2024: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की तारीखें नजदीक आते ही राजनीतिक माहौल गरम हो गया है. इस बार नई दिल्ली विधानसभा सीट पर मुकाबला और भी दिलचस्प होने वाला है, क्योंकि इस सीट पर कुल 29 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं. यहां से प्रमुख उम्मीदवारों के रूप में आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल, भारतीय जनता पार्टी के प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और कांग्रेस के संदीप दीक्षित सामने हैं. इस बीच बीजेपी उम्मीदवार प्रवेश सिंह वर्मा ने अरविंद केजरीवाल पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं. वर्मा ने यह दावा किया है, “अरविंद केजरीवाल नई दिल्ली से चुनाव हार रहे हैं.” वर्मा ने केजरीवाल के उन आरोपों का भी जवाब दिया, जिनमें केजरीवाल ने उन्हें और उनके दल को निशाना बनाया था.

वर्मा ने कहा कि केजरीवाल अब बहाने बना रहे हैं और अपनी हार के कारणों से बचने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि केजरीवाल अपने साथियों, आतिशी और सिसोदिया को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उलझाकर उन्हें चुनाव में हारने की दिशा में लगा रहे हैं. साथ ही, वर्मा ने आम आदमी पार्टी पर पंजाब से फंडिंग के आरोप भी लगाए. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में नई दिल्ली सीट पर मुकाबला बेहद रोचक और दिलचस्प होने जा रहा है.

3 CM बैकग्राउंड के उम्मीदवारों के बीच मुकाबला

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 की खास बात यह है कि इस बार नई दिल्ली सीट पर तीन प्रमुख उम्मीदवारों का मुख्यमंत्री बैकग्राउंड है. कांग्रेस के संदीप दीक्षित की मां शीला दीक्षित, भाजपा के प्रवेश वर्मा के पिता साहिब सिंह वर्मा, और आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल खुद दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके हैं. इस वजह से इस सीट का चुनावी महत्व और भी बढ़ जाता है.

नई दिल्ली विधानसभा सीट का इतिहास राजनीतिक दृष्टि से काफी दिलचस्प और महत्वपूर्ण रहा है. 1993 में गठित इस सीट पर अब तक कई प्रमुख नेताओं ने अपनी किस्‍मत आजमाई है. 1993 में इस सीट पर भारतीय जनता पार्टी के कीर्ति आजाद ने जीत दर्ज की, जबकि 1998 और 2003 में कांग्रेस की शीला दीक्षित ने यहां लगातार जीत हासिल की और दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में अपनी पहचान बनाई. 2013 में आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराकर इस सीट पर कब्जा किया, और तब से यह सीट आम आदमी पार्टी का गढ़ बन गई.

AAP पंजाब से फंडिंग ले रही है-वर्मा

हाल ही में भाजपा नेता प्रवेश सिंह वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अरविंद केजरीवाल पर गंभीर आरोप लगाए. वर्मा ने कहा कि केजरीवाल नई दिल्ली सीट से चुनाव हारने वाले हैं और अपनी हार को छुपाने के लिए बहाने बना रहे हैं. वर्मा ने यह भी दावा किया कि केजरीवाल अपने साथियों, आतिशी और मनीष सिसोदिया को उलझाकर उन्हें चुनाव में हार की दिशा में ढकेल रहे हैं. इसके अलावा, वर्मा ने आम आदमी पार्टी (AAP) पर पंजाब से फंडिंग लेने का आरोप भी लगाया, जिससे मामला और भी तूल पकड़ गया.

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नामांकन की प्रक्रिया और चुनावी तारीखें

नई दिल्ली सीट पर नामांकन पत्रों की जांच 18 जनवरी को की गई थी, और नाम वापस लेने की अंतिम तिथि 20 जनवरी है. मतदान 5 फरवरी 2025 को होगा और परिणाम 8 फरवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे.

नई दिल्ली सीट पर बढ़ती राजनीतिक सरगर्मियां

नई दिल्ली विधानसभा सीट पर चुनावी मुकाबला सिर्फ उम्मीदवारों के बीच नहीं, बल्कि राजनीतिक दलों के लिए भी एक अहम मोड़ साबित हो सकता है. यह सीट दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य की दिशा तय करती है, और आगामी चुनाव में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच जबरदस्त भिड़ंत देखने को मिल सकती है. नई दिल्ली सीट पर मुकाबला न केवल दिल्ली की राजनीति, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी सुर्खियां बना सकता है, और 2025 का चुनाव दिल्ली की राजनीति को नए रास्ते पर ले जा सकता है.

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