OTT: भगवान श्री कृष्ण पर बनने जा रही है वेब सीरीज, ‘रामायण’ के मेकर्स के सामने कई चुनौतियां
OTT: रामायण सीरियल 3 दशक से अधिक समय बाद भी दर्शकों के दिलों पर राज कर रहा है. उसकी सफलता से प्रेरित होकर, रामानंद सागर प्रोडक्शंस एक महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है. मेकर्स भगवान कृष्ण के जीवन पर आधारित एक फिल्म और वेब सीरीज बनाने की योजना बना रहे हैं. यह पहली बार नहीं है जब यह प्रोडक्शन हाउस कृष्ण पर कोई प्रोजेक्ट ला रहा है. 1993 में, उन्होंने “कृष्णा” नामक एक लोकप्रिय टीवी शो का निर्माण किया था, जो काफी पापुलर हुआ था.
नए प्रोजेक्ट को लेकर ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्विटर पर जानकारी दी. उन्होंने कहा कि ‘रामायण’ के क्रिएटर्स सागर पिच्चर्स एंटरटेनमेंट भगवान श्रीकृष्ण पर फिल्म और वेब सीरीज बनाने की तैयारी में हैं. ये “श्रीमद् भागवत गीता” का ऑफिशियल एडॉप्शन होगा, जिसमें पैन-इंडिया स्टार कास्ट के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय वीएफएक्स कंपनी भी शामिल होगी. वहीं राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म “1971” के निर्माता भी सह-निर्माण में शामिल होंगे.
‘RAMAYANA’ CREATORS TO MAKE FILMS, SERIES ON LORD KRISHNA… Sagar Pictures Entertainment – the creators of the iconic TV serial #Ramayana [1987] and #NationalAward winning film #1971TheFilm [2007] – will produce mega-films and web series, an official adaptation of… pic.twitter.com/KJTw5NTIg7
— taran adarsh (@taran_adarsh) July 16, 2024
आज के दौर में दर्शकों की रुचि और पसंद बदल गई है. निर्माताओं को यह सुनिश्चित करना होगा कि वेब सीरीज आधुनिक दर्शकों को आकर्षित करे. साथ ही धार्मिक भावनाओं का सम्मान भी सुनिश्चित करना होगा. यह महत्वपूर्ण है कि वेब सीरीज भगवान कृष्ण और हिंदू धर्म की भावनाओं का सम्मान करे.
रामानंद सागर का पहला शो रामायण सुपरहिट रहा और कृष्णा सीरियल को भी उस दौरान काफी अच्छे व्यूज मिले थे. इन सीरियल्स ने ही अरुण गोविल, दीपिका चखलिया, दारा सिंह को बहुत पॉपुलर बना दिया. अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाली फिल्म और वेब सीरीज में कौन किरदार होंगे. इसको लेकर अभी कोई जानकारी नहीं मिली है लेकिन यूजर्स अपने-अपने सुझाव जरूर देने लगे हैं.
वहीं तरण आदर्श द्वारा इस प्रोजेक्ट की घोषणा के बाद, सोशल मीडिया पर मिश्रित प्रतिक्रियाएं आई हैं. कुछ लोग उत्साहित हैं, जबकि अन्य चिंतित हैं कि वेब सीरीज धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा सकती है.