हिरासत में हैवानियत! तमिलनाडु में मंदिर गार्ड अजित कुमार की मौत से भड़का जनआक्रोश

जनता के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए शिवगंगा के पुलिस अधीक्षक आशीष रावत ने तिरुप्पुवनम पुलिस स्टेशन की क्राइम ब्रांच स्पेशल यूनिट के छह पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया है.
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पुलिस हिरासत में गार्ड की मौत!

Ajith Kumar Custodial Death: तमिलनाडु से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां शिवगंगा जिले में 27 साल के अजित कुमार नाम के एक मंदिर के सुरक्षा गार्ड की पुलिस हिरासत में मौत हो गई. इस घटना ने पूरे राज्य में आक्रोश की लहर दौड़ा दी है और लोग सड़कों पर उतरकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं. यह मामला 2020 के सथानकुलम हिरासत मौतों की खौफनाक यादें ताजा कर गया है, और एक बार फिर पुलिस पर बर्बरता और यातना के गंभीर आरोप लगे हैं.

क्या हुआ था अजित के साथ?

अजित कुमार, मदप्पुरम के अदैककलम काथा अय्यनार और भद्रकाली अम्मन मंदिर में एक कॉन्ट्रेक्ट पर काम करने वाले गार्ड थे. 27 जून को तिरुप्पुवनम पुलिस ने उन्हें हिरासत में लिया था. एक महिला और उसकी पोती ने शिकायत दर्ज कराई थी कि मंदिर दर्शन के बाद उनके पर्स से 2,500 रुपये नकद और 9.5-10 सॉवरेन सोने के गहने गायब हो गए हैं.

पुलिस ने अजित को, उनके भाई नवीन कुमार को, एक दोस्त को और दो अन्य लोगों को बिना किसी गिरफ्तारी वारंट के हिरासत में ले लिया. आरोप है कि उन्हें कई जगहों पर ‘थर्ड-डिग्री टॉर्चर’ दिया गया. इन जगहों में एक खेत, एक छात्र छात्रावास के पीछे की जगह और एक नदी के किनारे का रास्ता शामिल है. नवीन कुमार ने बताया कि उन्होंने देखा कि गहने चोरी से इनकार करने के बाद अजित को बुरी तरह पीटा गया.

क्रूरता की हदें पार!

शनिवार शाम को अजित के पेशाब में खून दिखने लगा, जो गंभीर अंदरूनी चोटों का संकेत था. इसके बाद पुलिस ने उन्हें मंदिर प्रशासन को सौंप दिया. उन्हें तुरंत मदुरै के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. रविवार, 29 जून को मदुरै के राजाजी सरकारी अस्पताल में एक न्यायिक मजिस्ट्रेट की निगरानी में अजित का पोस्टमार्टम किया गया. मजिस्ट्रेट ने अजित की मां, नवीन और अन्य गवाहों के बयान भी दर्ज किए.

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न्याय की मांग कर रहे हैं लोग

अजित की मौत से गुस्साए उनके रिश्तेदारों और स्थानीय लोगों ने तिरुप्पुवनम पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की. नवीन कुमार ने पत्रकारों को बताया कि उनके भाई को पहले कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं थी. उनकी मौत पुलिस की बेरहमी के कारण हुई है.

जनता के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए शिवगंगा के पुलिस अधीक्षक आशीष रावत ने तिरुप्पुवनम पुलिस स्टेशन की क्राइम ब्रांच स्पेशल यूनिट के छह पुलिसकर्मियों को निलंबित करने का आदेश दिया है. निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में कन्नन, प्रभु, शंकर मणिकंदन, राजा, आनंद और रामचंद्रन शामिल हैं. रावत ने घटना की पारदर्शी जांच के भी आदेश दिए हैं. उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा, “हम अजित कुमार की मौत के तथ्यों का पता लगाने के लिए गहन जांच कर रहे हैं.” इस मामले में एक एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस अपनी जांच जारी रखे हुए है.

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