“25 साल की लड़कियों का चरित्र…”,अपने बयान से कन्नी काट गए कथावाचक अनिरुद्धाचार्य, बवाल के बाद मांगी माफी

विवाद बढ़ने पर स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने एक नया वीडियो जारी कर माफी मांगी. उन्होंने सफाई दी कि वायरल हुआ वीडियो AI से बनाया गया है और उनके मूल विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है.
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अनिरुद्धाचार्य

Aniruddhacharya Controversial Statement: कथावाचक स्वामी अनिरुद्धाचार्य के एक बयान ने देशभर में बवाल मचा दिया है. उन्होंने कथित तौर पर कहा था कि 25 साल की अविवाहित लड़कियों का चरित्र ठीक नहीं होता और उनकी शादी 14 साल की उम्र में ही कर देनी चाहिए. इस बयान के बाद से महिलाओं में भारी गुस्सा है और विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला जारी है.

क्या है पूरा मामला?

गौरी गोपाल आश्रम में एक धार्मिक आयोजन के दौरान स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने यह विवादित बयान दिया. उनका कहना था कि लड़कियों की शादी कम उम्र में ही कर देनी चाहिए ताकि वे परिवार में आसानी से घुल-मिल जाएं. यह बयान देश के मौजूदा कानून (लड़कियों की शादी की न्यूनतम उम्र 18 साल) के सीधे खिलाफ है, जिसके कारण यह विवाद और भी गहरा गया है. सोशल मीडिया पर उनका वीडियो तेजी से वायरल हो गया और देशभर की महिलाएं, सामाजिक संगठन और कानूनी विशेषज्ञ उनके इस बयान की कड़ी निंदा कर रहे हैं. 20 से 26 साल की उम्र की महिलाओं ने इसे अपनी गरिमा और भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बताया है.

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मांगी माफ़ी, पर विवाद थमा नहीं

विवाद बढ़ने पर स्वामी अनिरुद्धाचार्य ने एक नया वीडियो जारी कर माफी मांगी. उन्होंने सफाई दी कि वायरल हुआ वीडियो AI से बनाया गया है और उनके मूल विचारों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है. उन्होंने कहा कि उनका इरादा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था और अगर किसी को दुख पहुंचा है तो वे क्षमाप्रार्थी हैं.

कानूनी कार्रवाई की मांग तेज़

माफी के बावजूद, यह विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. मथुरा बार एसोसिएशन की महिला वकीलों ने इसे संविधान विरोधी, भड़काऊ और यौनाचार को बढ़ावा देने वाला बयान बताते हुए एसएसपी से शिकायत की है. उन्होंने कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर अनिरुद्धाचार्य के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की है.

श्रीकृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास की प्रदेश अध्यक्ष गुंजन शर्मा ने इस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी है. वहीं, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर केस के मुख्य याचिकाकर्ता पंडित दिनेश फलाहारी ने भी अनिरुद्धाचार्य के बयान की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि एक आध्यात्मिक व्यक्ति को ऐसी अमर्यादित टिप्पणी शोभा नहीं देती.

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