2020 में फेल हुए ओपिनियन पोल्स, इस बार NDA या महागठबंधन? ये हैं सियासी सर्वे के चौंकाने वाले आंकड़े
ओपिनियन पोल्स
Bihar Election 2025: बिहार में सियासत चरम पर है. आज शाम 4 बजे चुनाव आयोग बिगुल बजा देगा और 243 सीटों की जंग का शेड्यूल सामने आएगा. नवंबर में छठ पूजा के बाद दो-तीन चरणों में वोटिंग होने की उम्मीद है. लेकिन सवाल वही कि क्या नीतीश कुमार सत्ता की रेस फिर से जीतेंगे या तेजस्वी यादव की लालटेन रोशनी फैलाएगी? और हां, प्रशांत किशोर की ‘जन सुराज’ भी खेल बिगाड़ सकती है. चलिए, बिहार के इस पॉलिटिकल थ्रिलर को विस्तार से जानते हैं…
2020 में ओपिनियन पोल्स की निकल गई थी हवा
पांच साल पहले, 2020 में बिहार ने ऐसा ड्रामा देखा कि ओपिनियन पोल्स की हवा निकल गई. ज्यादातर सर्वे चिल्ला रहे थे कि “महागठबंधन आएगा”, लेकिन NDA ने बाजी मारी. RJD 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, BJP को 74 और नीतीश की JDU को 43 सीटें मिलीं. कुल मिलाकर NDA ने 125 सीटें झटककर सरकार बनाई. पोल्स ने वोट शेयर तो ठीक-ठाक बताया, लेकिन सीटों का गणित गड़बड़ा गया. क्यों? क्योंकि महिलाएं और EBC NDA के साथ खड़े हो गए.
2025 का सीन
अब 2025 में तस्वीर क्या है? लेटेस्ट सर्वे कहते हैं कि NDA को हल्की बढ़त, लेकिन टक्कर कांटे की होगी. JVC का पोल बताता है कि NDA को 41-45% वोट और 131-150 सीटें मिल सकती हैं. वहीं, महागठबंधन को 37-40% वोट शेयर और 81-103 सीटें मिल सकती हैं. SPICK मीडिया ने तो NDA को 158 सीटों का ताज पहनाया, जबकि लोक पोल कहता है कि महागठबंधन 118-126 सीटों के साथ बाजी पलट सकता है. वहीं BJP को 65-75 और JDU को 50-60 सीटें मिलने का अनुमान है.
लेकिन असली ट्विस्ट है प्रशांत किशोर का ‘जन सुराज’. 5000 किमी पैदल घूम चुके किशोर की पार्टी 10-11% वोट और 4-6 सीटें ले सकती है. ये वोट महागठबंधन को नुकसान पहुंचा सकता है. और AIMIM, HAM, VIP जैसे छोटे दल भी 5-10 सीटें काटकर ड्रामे में और रंग भर देंगे.
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CM फेस की रेस में नीतीश कुमार अभी भी फेवरेट
JVC सर्वे में 27% लोग उन्हें चाहते हैं, तेजस्वी दूसरे नंबर पर. लेकिन C-Voter का ताजा सर्वे के मुताबिक, तेजस्वी 39% के साथ आगे, नीतीश 34% पर. महिलाएं नीतीश की फैन हैं . उनकी साइकिल और यूनिफॉर्म स्कीम आज भी हिट है. दूसरी तरफ, तेजस्वी युवाओं और MY (मुस्लिम-यादव) वोटरों की पसंद हैं.
मुद्दों का मेला
बिहार का वोटर इस बार बेरोजगारी और माइग्रेशन जैसे मुद्दों पर नजर रखेगा. विपक्ष चिल्ला रहा है कि SIR (वोटर लिस्ट रिवीजन) में गड़बड़ी हुई, जिससे NDA को फायदा हो सकता है. राहुल गांधी और तेजस्वी की ‘अधिकार यात्राएं’ इसी मुद्दे पर हैं. उधर, BJP में मिस्ड कॉल, व्हाट्सएप और ईमेल से 1 करोड़ सुझाव जुटाए गए. चुनाव आयोग भी तैयार है कि हर बूथ पर 1200 वोटर, 100% वेबकास्टिंग और BLO को स्मार्ट ID लगाने के लिए.
नीतीश की पुरानी जादूगरी, तेजस्वी का युवा जोश या किशोर का नया सूरज? सर्वे कहते हैं कि NDA की जीत ज्यादा संभावित, लेकिन महागठबंधन हार नहीं मानेगा. जन सुराज और छोटे दल गेमचेंजर बन सकते हैं. शाम 4 बजे के ऐलान के बाद तस्वीर और साफ होगी.