बिहार में NDA की सुनामी, 200 सीटों पर बढ़त, महागठबंधन की निकली हवा, तेजस्वी भी पीछे
पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार (फाइल फोटो)
Bihar Chunav Result: बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए ने 200 का आंकड़ा पार कर लिया है. वहीं सरकार बनाने का दावा करने वाली RJD-कॉन्ग्रेस दूर-दूर तक नजर नहीं आ रही हैं. इसके अलावा जनसुराज और वीआईपी पार्टी का तो खाता भी नहीं खुला. महागठबंधन के सीएम पद के उम्मीदवार भी राघोपुर विधानसभा सीट से अपने प्रतिद्वंद्वी से पीछे चल रहे हैं.
92 सीटों पर आगे चल रही भाजपा
बिहार विधानसभा चुनाव के इन नतीजों ने नीतीश कुमार के लिए 10वीं बार मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ कर दिया है. नीतीश कुमार की पार्टी जदयू 82 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. वहीं सबसे ज्यादा सीट पर भाजपा का कब्जा होने की संभावना है, क्योंकि अभी BJP, 92 सीटों पर आगे चल रही है. बीजेपी कुल 101 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. यानी कि भाजपा का स्ट्राइक रेट लगभग 90 प्रतिशत है.
वादे के बाद भी नहीं मिली तेजस्वी को जीत
इस चुनाव ने जहां एनडीए को एकतरफा जीत दिलाई है. वहीं, महागठबंधन दल को बड़ा झटका दे दिया. तेजस्वी कुमार बिहार में सरकार बनाने के लिए हर घर सरकारी नौकरी समेत कई बड़े वादे किए, लेकिन जब परिणाम आया तो सब फेल दिखे. वहीं कांग्रेस की तो हालत ही पतली हो गई.
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जनसुराज और VIP का नहीं खुला खाता
इसके अलावा 150 सीटों का वादा करने वाले प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज का खाता नहीं खुला. महागठबंधन दल में शामिल वीआईपी पार्टी भी एक भी सीट पर बढ़त नहीं बना पाई. जबकि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM जिसे महागठबंधन में शामिल नहीं किया गया. वह 3-4 सीटों पर आगे चल रही है.
‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ का मिला फायदा
इस चुनाव में नीतीश कुमार की एक खास योजना ‘मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना’ काफी मददगार साबित हुई. इस योजना के तहत 10 हजार रुपए कैश ट्रांसफर किए गए थे, जो इस चुनाव में बड़ा फैक्टर साबित हुआ. एनडीए की इस योजना में महिला वोटरों पर सीधा प्रभाव पड़ा और उन्होंने नीतीश सरकार पर भरोसा जताते हुए NDA के पक्ष में मतदान किया.