धरने पर विधायक, सांसद ने की इस्तीफे की पेशकश…बिहार चुनाव से पहले नीतीश की पार्टी में बवाल, उठ रहे कई सवाल!
धरने पर जेडीयू विधायक
JDU Internal Conflict: बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखें नजदीक हैं, लेकिन नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (JDU) में बवाल मचा हुआ है. टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी में भूचाल आ गया है. कोई धरने पर बैठा है, तो कोई इस्तीफे की धमकी दे रहा है. ये राजनीतिक ड्रामा इतना रोचक है कि बिहार की सियासत में हलचल मच गई है. चलिए, आपको बताते हैं कि आखिर माजरा क्या है.
सांसद का गुस्सा, नीतीश को चिट्ठी
भागलपुर से JDU के सांसद अजय मंडल ने टिकट बंटवारे में अपनी राय न लिए जाने से नाराज होकर सीधे इस्तीफे की पेशकश कर दी. उन्होंने नीतीश कुमार को चिट्ठी लिखकर कहा, “जब मेरी बात ही नहीं सुनी गई, तो सांसद रहने का क्या फायदा?” अजय मंडल का ये गुस्सा JDU के लिए बड़ा झटका है, क्योंकि नीतीश की पार्टी के 12 सांसद केंद्र में NDA सरकार की रीढ़ हैं. ऐसे में चुनाव से पहले सांसद की नाराजगी नीतीश के लिए सिरदर्द बन सकती है.
धरने पर बैठे विधायक
टिकट बंटवारे का ड्रामा यहीं खत्म नहीं हुआ. कुर्था सीट पर JDU के संभावित उम्मीदवार पप्पू वर्मा के नाम पर बवाल मच गया. पूर्व विधायक स्वर्गीय सत्यदेव सिंह की पत्नी रिंकू कुशवाहा इस फैसले से इतनी नाराज हैं कि वो नीतीश के घर के बाहर धरने पर बैठ गईं. दूसरी तरफ, JDU के मौजूदा विधायक गोपाल मंडल भी नीतीश के आवास के सामने धरना दे रहे हैं. गोपाल मंडल ने तो पप्पू वर्मा पर तंज कसते हुए एक वीडियो में कहा, “नीतीश के पेट में दांत हैं.” ये बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
पूर्व मंत्री ने भी छोड़ा साथ
पूर्व मंत्री जयकुमार सिंह ने तो JDU पर टिकट बेचने का सनसनीखेज आरोप लगाया और पार्टी से इस्तीफा दे दिया. उनका कहना है कि नीतीश के करीबी लोगों को ही टिकट से बाहर किया जा रहा है, ताकि भविष्य में पार्टी तोड़ना आसान हो. जयकुमार ने सवाल उठाया, “आखिर नीतीश के आसपास कौन लोग हैं जो ये खेल खेल रहे हैं?”
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NDA में भी सीटों का पेंच
JDU में अंदरूनी बवाल के साथ-साथ NDA में सीट बंटवारे को लेकर भी तनातनी चल रही है. तारापुर, सोनबरसा, राजगीर और मोरवा सीटों पर सहमति नहीं बन पा रही. खासकर तारापुर सीट पर BJP के दिग्गज सम्राट चौधरी को उतारने की तैयारी थी, लेकिन नीतीश की आपत्ति के बाद BJP को प्लान B तलाशना पड़ रहा है. अब सम्राट के लिए पटना की कुम्हरार या पटना साहिब सीट पर विचार हो रहा है. इसके अलावा, चिराग पासवान की LJP को दी गई तीन सीटों, सोनबरसा, राजगीर और मोरवा को नीतीश वापस चाहते हैं. सोनबरसा से नीतीश सरकार के मंत्री रत्नेश सदा JDU के उम्मीदवार हैं.
6 और 11 नवंबर को होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव से पहले JDU में ये उथल-पुथल नीतीश के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है. पार्टी के नेता खुलेआम नाराजगी जता रहे हैं, और NDA में सीट बंटवारे का पेंच अभी सुलझा नहीं है. क्या नीतीश इस सियासी तूफान को थाम पाएंगे, या ये बवाल उनकी पार्टी को और कमजोर करेगा? ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.