‘अपनी नाकामी छिपाने के लिए जनता को दोष मत दो…’, चिदंबरम के लेख पर भड़की BJP
पी चिदंबरम (File photo)
BJP reaction on Chidambaram: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस की करारी हार के बाद भाजपा ने कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम पर तीखा हमला बोला है. एनडीए की भारी जीत और महागठबंधन की हार के बाद चिदंबरम के लेख को लेकर भाजपा ने कांग्रेस पर जनता को दोषी ठहराने का आरोप लगाया.
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर चिदंबरम के कॉलम की निंदा करते हुए लिखा, “आत्मचिंतन करने के बजाय कांग्रेस ने एक बार फिर जनता को दोष देकर अपने राजकुमार का बचाव करने का रास्ता चुना है. पी चिदंबरम लिखते हैं, “उन्हें सत्ता में लाना मतदाताओं की ज़िम्मेदारी है. ये लोग कितने हकदार और भ्रमित हैं? ईवीएम को दोष दें, SIR को दोष दें, अब बिहार की जनता को दोष दें, 95 हार के लिए राहुल को दोष न दें, राहुल कुछ भी गलत नहीं कर सकते जनता गलत है! कांग्रेस ने फिर बिहार का अपमान किया!”
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95 चुनाव हार चुके राहुल गांधी: शाहजाद पूनावाला
पूनावाला ने आगे लिखा कि बिहार में जनता द्वारा राहुल को नकारे जाने के बाद फिर कांग्रेसी नेताओं ने राहुल बाबा को सच्चाई की जानकारी दी. अब संसद सत्र से पहले टीएमसी चाहती है कि भारतीय गठबंधन का नेता बदल दिया जाए, उन्हें राहुल गांधी पर भरोसा नहीं है. कांग्रेस कब जागेगी और कब समझेगी कि क्या हो रहा है. उन्होंने कहा ईवीएम और एसआईआर को दोष देना बंद करो. गलती राहुल में है जो 95 चुनाव हार चुके हैं.
Instead of doing introspection
— Shehzad Jai Hind (Modi Ka Parivar) (@Shehzad_Ind) November 16, 2025
Congress has once again chosen to defend it’s prince by blaming janta
P Chidambaram writes “it is responsibility of voters to bring them to power”
How entitled and delusional are these guys?
Blame EVM
Blame SIR
Now blame Bihar ki Janta
Don’t… https://t.co/bXoa6NkE8e pic.twitter.com/5kxqGusAq6
पूर्व वित्त मंत्री ने क्या लिखा?
पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने अपने लेख में लिखा कि बिहार के लोगों को “लालू प्रसाद की सरकार के 15 साल याद हैं” और नीतीश कुमार के लंबे शासन भी याद है. भारी बेरोजगारी, पलायन, बहुआयामी गरीबी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा की स्थिति काफी खराब है. इसके बावजूद भी जनता ने बदलाव के लिए वोट नहीं दिया. जनता को जागरूक होकर विकल्प तलाशना होगा.