फुटबॉल के मैदान से लेकर सियासत के अखाड़े तक…शराब कारोबारी के बेटे आर्यन मान कैसे बने DU के अध्यक्ष? जानिए पूरी कहानी

DUSU Election 2025: आर्यन मान सिर्फ किताबों के राही नहीं, बल्कि एक नेशनल लेवल फुटबॉलर भी हैं. दिल्ली की टीम से वो राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल खेल चुके हैं. यही नहीं, DU में उनका दाखिला भी स्पोर्ट्स कोटा के तहत हुआ था. पिछले DUSU चुनाव में भी उनका नाम ABVP की लिस्ट में चर्चा में था, लेकिन तब किस्मत ने साथ नहीं दिया.
Who Is Aryan Maan

जीत के बाद जश्न मनाते आर्यन मान

Who Is Aryan Maan: दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) के छात्रसंघ चुनाव 2025 ने एक बार फिर सुर्खियां बटोर लीं हैं. इस बार ताज पहनाया गया है हरियाणा के लोवा कलां गांव के लाल आर्यन मान को. अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के इस युवा चेहरे ने DUSU अध्यक्ष पद पर धमाकेदार जीत हासिल की है. उन्होंने नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) की उम्मीदवार जोसलीन नंदिता चौधरी को 16,196 वोटों के बड़े अंतर से मात दी. आर्यन को कुल 28,841 वोट मिले, जबकि जोसलीन को 12,645 वोटों पर ही संतोष करना पड़ा. आइए , जानते हैं कि कौन हैं ये नए ‘छात्र राजा’ आर्यन मान और कैसे पहुंचे DU की सियासत के शिखर तक…

हरियाणा का बेटा बना DU का नया सितारा

आर्यन मान का जन्म हरियाणा के छोटे से गांव लोवा कलां में हुआ. पढ़ाई-लिखाई में शुरू से तेज, आर्यन ने बहादुरगढ़ के सेंट थॉमस स्कूल से अपनी शुरुआती शिक्षा पूरी की. इसके बाद दिल्ली के वसंत कुंज में जीडी गोयनका स्कूल से 12वीं पास की. फिर दिल्ली यूनिवर्सिटी के हंसराज कॉलेज में बीकॉम की डिग्री हासिल की और अब वो DU से ही एमए लाइब्रेरी साइंस में मास्टर्स कर रहे हैं. लेकिन पढ़ाई ही नहीं, आर्यन का जुनून मैदान पर भी दिखता है.

जी हां, आर्यन मान सिर्फ किताबों के राही नहीं, बल्कि एक नेशनल लेवल फुटबॉलर भी हैं. दिल्ली की टीम से वो राष्ट्रीय स्तर पर फुटबॉल खेल चुके हैं. यही नहीं, DU में उनका दाखिला भी स्पोर्ट्स कोटा के तहत हुआ था. पिछले DUSU चुनाव में भी उनका नाम ABVP की लिस्ट में चर्चा में था, लेकिन तब किस्मत ने साथ नहीं दिया. इस बार, उन्होंने धमाकेदार वापसी की और अध्यक्ष बनकर सबका दिल जीत लिया.

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो आर्यन के पिता सिकंदर मान हरियाणा के बड़े शराब कारोबारी हैं. उनकी कंपनी एडीएस स्पिरिट प्राइवेट लिमिटेड झज्जर में है, जहां वो कार्यकारी निदेशक हैं. सिकंदर दो बार अपने गांव के सरपंच भी रह चुके हैं. यानी, नेतृत्व और कारोबार का हुनर आर्यन को घर से ही मिला.

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ABVP का दबदबा, NSUI को झटका

इस बार DUSU चुनाव में ABVP ने तीन अहम पदों अध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पर कब्जा जमाया. वहीं, NSUI को सिर्फ उपाध्यक्ष पद से संतोष करना पड़ा. पिछले साल NSUI ने अध्यक्ष और संयुक्त सचिव पद जीते थे, लेकिन इस बार ABVP ने बाजी मार ली. मतगणना DU के नॉर्थ कैंपस में यूनिवर्सिटी स्पोर्ट्स स्टेडियम के मल्टीपर्पज हॉल में सुबह 8 बजे से शुरू हुई थी और पहले राउंड से ही आर्यन ने बढ़त बनाए रखी.

संजय दत्त का कनेक्शन?

बॉलीवुड के ‘मुन्ना भाई’ संजय दत्त ने भी इस चुनाव में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी. खबरों के मुताबिक, उन्होंने ABVP के लिए प्रचार में हिस्सा लिया, जिसने आर्यन की जीत में चार चांद लगा दिए. अब ये तो वक्त ही बताएगा कि क्या ये स्टार पावर थी या आर्यन का अपना जादू.

क्या है DUSU अध्यक्ष की ताकत?

DUSU अध्यक्ष का पद DU में किसी ‘छात्र राजा’ से कम नहीं. ये न सिर्फ छात्रों की आवाज उठाता है, बल्कि यूनिवर्सिटी प्रशासन और सरकार के बीच एक सेतु का काम करता है. अध्यक्ष को ऑफिस, स्टाफ और कई सुविधाएं मिलती हैं, जो उन्हें छात्रों के लिए काम करने में मदद करती हैं. आर्यन मान की इस जीत ने न सिर्फ ABVP को मजबूत किया है, बल्कि DU की सियासत में एक नया चेहरा भी सामने लाया है. फुटबॉल के मैदान से लेकर सियासत के अखाड़े तक, आर्यन का ये सफर प्रेरणादायक है. अब देखना ये है कि वो DU के छात्रों के लिए क्या नया लेकर आते हैं.

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