वैश्विक समर्थन, आतंक का सर्वनाश…’ऑपरेशन सिंदूर’ से भारत को क्या-क्या हासिल हुआ?

ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को बता दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है. पहली बार भारत की कार्रवाई को पूरी तरह आतंकवाद-विरोधी नजरिए से देखा गया. अमेरिका, ब्राजील और ब्रिटेन जैसे देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया. UNSC ने भी पहलगाम हमले की निंदा करते हुए आतंकियों को सजा देने की बात कही.
Operation Sindoor

तस्वीर- AI

भारत ने ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के जरिए आतंकवाद के खिलाफ ऐसी धमाकेदार कार्रवाई की, जिसने पूरी दुनिया का ध्यान इस ओर खींचा है. 7 मई 2025 को शुरू हुआ यह ऑपरेशन न सिर्फ सीमा पार आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करने में कामयाब रहा, बल्कि भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति को भी साफ कर दिया. आइए, जानते हैं कि इस ऑपरेशन के जरिए भारत ने क्या-क्या हासिल किया…

PAF का 20% ढांचा तबाह

भारतीय वायुसेना ने रात के अंधेरे में पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों को पूरी तरह राख में मिला दिया. बहावलपुर, मुरीदके, कोटली जैसे आतंकी गढ़ों पर सटीक मिसाइल हमले किए गए. खास बात ये कि भारत ने पाकिस्तान की वायुसेना (PAF) के 20% ढांचे को भी निशाना बनाया, जिसमें चकलाला, भोलारी, और जैकबाबाद जैसे अहम एयरबेस शामिल थे. सैटेलाइट तस्वीरों में देखा गया कि इन ठिकानों पर भारी तबाही मची.

आतंकवाद के खिलाफ नई लक्ष्मण रेखा

‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने साफ कर दिया कि भारत अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं करेगा. पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत के बाद भारत ने करारा जवाब दिया. यह ऑपरेशन एक नई रेखा खींचता है कि आतंकवादियों और उनके समर्थकों को कहीं भी छिपने की जगह नहीं मिलेगी. भारत की पहुंच आतंकिस्तान के कोने-कोने तक है.

आतंकियों और उनके आकाओं पर एकसाथ प्रहार

भारत ने इस बार आतंकियों के साथ-साथ उनके आकाओं को भी सबक सिखाया. जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए, जिनमें यूसुफ अजहर, अब्दुल मलिक रऊफ जैसे बड़े नाम शामिल थे. ये वही आतंकी थे, जो कांधार IC-814 हाईजैक और पुलवामा हमले जैसे कांडों में शामिल थे.

पाकिस्तान की हवाई रक्षा की पोल खुली

‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान की एयर डिफेंस सिस्टम की कमजोरियों को दुनिया के सामने ला दिया. भारत ने लाहौर के रडार सिस्टम को तबाह कर दिया और S-400 सुदर्शन चक्र जैसे अत्याधुनिक हथियारों से पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल हमलों को नाकाम किया. पाकिस्तान का दावा था कि उसका HQ-9 सिस्टम अचूक है, लेकिन भारत ने उसे बेकार साबित कर दिया.

भारत का एयर डिफेंस

भारत का एयर डिफेंस सिस्टम इस ऑपरेशन में हीरो साबित हुआ. पाकिस्तान ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और जैसलमेर जैसे शहरों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की कोशिश की, लेकिन भारत ने S-400 और UAS ग्रिड के दम पर सभी हमलों को हवा में ही नष्ट कर दिया. यह दिखाता है कि भारत की रक्षा प्रणाली कितनी मजबूत है.

बड़े आतंकी कमांडरों का खात्मा

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने आतंक की रीढ़ तोड़ दी. मसूद अजहर के परिवार के 14 लोग मारे गए, और कई बड़े आतंकी कमांडरों का सफाया हुआ. यह भारत की खुफिया एजेंसी RAW और सेना की सटीक योजना का नतीजा था, जिसने आतंकियों को उनके ही अड्डों में ढेर कर दिया.

पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर करारा प्रहार

भारत ने न सिर्फ आतंकी ठिकानों, बल्कि पाकिस्तानी सैन्य ढांचों को भी निशाना बनाया. 35-40 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए, और कई एयरबेस तबाह हुए. भारत ने यह साफ किया कि आतंकवाद को समर्थन देने वालों को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.

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तीनों सेनाओं का शानदार तालमेल

1971 के बाद यह पहला मौका था, जब थलसेना, वायुसेना और नौसेना ने एकसाथ मिलकर इतनी बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. SCALP क्रूज मिसाइल, HAMMER स्मार्ट बम और DRDO के LMS ड्रोन जैसे हथियारों ने पाकिस्तानी रक्षा सिस्टम को तहस-नहस कर दिया. यह भारत की सैन्य ताकत और समन्वय का शानदार प्रदर्शन था.

वैश्विक स्तर पर कड़ा संदेश

ऑपरेशन सिंदूर ने दुनिया को बता दिया कि भारत आतंकवाद के खिलाफ किसी भी हद तक जा सकता है. पहली बार भारत की कार्रवाई को पूरी तरह आतंकवाद-विरोधी नजरिए से देखा गया. अमेरिका, ब्राजील और ब्रिटेन जैसे देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया. UNSC ने भी पहलगाम हमले की निंदा करते हुए आतंकियों को सजा देने की बात कही.

इतना ही नहीं, इस ऑपरेशन ने भारत को वैश्विक समर्थन दिलाया. कांग्रेस, AIMIM जैसे विपक्षी दलों ने भी सरकार का साथ दिया. मुकेश अंबानी जैसे उद्योगपतियों ने सेना की बहादुरी की तारीफ की.

क्या है ऑपरेशन सिंदूर की खास बात?

भारत ने सिर्फ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचा. वहीं, ब्रह्मोस मिसाइल, राफेल जेट और S-400 जैसे हथियारों ने पाकिस्तान को सकते में डाल दिया. सीजफायर के बाद भी भारत ने पाकिस्तान को चेतावनी दी कि दोबारा गलती की, तो और भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. पीएम मोदी ने कहा है हमारा मकसद आतंकियों के सिर को कुचलना है, और हम इसमें पूरी तरह से कामयाब रहे.

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