फिर जेल से बाहर आया गुरमीत राम रहीम, 14वीं बार मिली पैरोल

राम रहीम को बार-बार मिल रही पैरोल पर कई सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष और कई सामाजिक संगठन सरकार पर यह आरोप लगाते हैं कि राम रहीम को चुनावी फायदे के लिए बार-बार रिहा किया जा रहा है.
Gurmeet Ram Rahim

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम

Gurmeet Ram Rahim Parole: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर पैरोल मिल गई है, और यह उसका जेल से बाहर आने का 14वां मौका है. बलात्कार और हत्या जैसे गंभीर मामलों में सज़ा काट रहे राम रहीम को इस बार 40 दिनों की लंबी छुट्टी मिली है. मंगलवार सुबह उसे रोहतक की सुनारिया जेल से भारी पुलिस सुरक्षा के बीच रिहा किया गया, और वह तुरंत सिरसा स्थित अपने डेरे के लिए रवाना हो गया.

40 दिनों की ‘छुट्टी’

इस खबर ने एक बार फिर से सियासी और सामाजिक गलियारों में हलचल मचा दी है. पिछली बार राम रहीम को 21 दिन की पैरोल मिली थी, लेकिन इस बार पैरोल की अवधि दोगुनी है. इस दौरान वह अपने सिरसा आश्रम में ही रहेंगे और 14 सितंबर को वापस जेल लौटेंगे. पैरोल की शर्तों के मुताबिक, राम रहीम इस दौरान मीडिया से किसी भी तरह की बातचीत नहीं कर पाएगा.

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कहां से शुरू हुई कहानी?

यह कहानी 2017 में शुरू हुई, जब पंचकूला की सीबीआई अदालत ने राम रहीम को दो साध्वियों के साथ बलात्कार के मामले में दोषी ठहराया था. इस फैसले के बाद हरियाणा और पंजाब में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़की, जिसमें लगभग 40 लोगों की जान चली गई थी. अदालत ने राम रहीम को 20-20 साल की दो अलग-अलग सज़ा सुनाई थी. इसके बाद, उसे एक पत्रकार की हत्या के मामले में भी दोषी ठहराया गया. तब से, वह रोहतक की सुनारिया जेल में कैद है.

बार-बार पैरोल पर उठते सवाल

राम रहीम को बार-बार मिल रही पैरोल पर कई सवाल उठ रहे हैं. विपक्ष और कई सामाजिक संगठन सरकार पर यह आरोप लगाते हैं कि राम रहीम को चुनावी फायदे के लिए बार-बार रिहा किया जा रहा है. हालांकि, जेल प्रशासन और सरकार का कहना है कि नियमों के तहत ही पैरोल दी गई है. यह मामला हमेशा से ही विवादों में रहा है, और राम रहीम का जेल से बाहर आना हर बार नई बहस छेड़ देता है.

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