हिमाचल के सरकाघाट में दर्दनाक हादसा, खाई में गिरी बस, 5 की मौत, कई घायल

हादसे की खबर मिलते ही तारंगला गांव के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे. एक स्थानीय महिला, मधु ने बताया कि हादसा उनके घर के ठीक सामने हुआ. उन्होंने कहा कि हमने बस को खाई में पलटा हुआ देखा, और तुरंत पुलिस को सूचना दी. लोग चीख रहे थे, और हमने बिना देर किए बचाव शुरू कर दिया.
Sarkaghat Bus Accident

खाई में गिरी बस

Sarkaghat Bus Accident: हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट में 24 जुलाई 2025 की सुबह एक दिल दहला देने वाला हादसा हुआ. सुबह करीब 9 बजे हिमाचल पथ परिवहन निगम (HRTC) की एक बस मसेरन गांव के पास तारंगला में एक मोड़ पर अनियंत्रित होकर गहरी खाई में जा गिरी. यह बस जाहू से मंडी की ओर जा रही थी, जिसमें 25 यात्री सवार थे. हादसे ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया, और मौके पर चीख-पुकार मच गई. अब तक इस हादसे में 5 लोगों की मौत हुई है.

जानकारी के मुताबिक, बस जैसे ही तारंगला गांव के पास मोड़ पर पहुंची, चालक का नियंत्रण खो गया. बस सड़क से फिसलकर करीब 150 मीटर गहरी खाई में लुढ़क गई. यह हादसा इतना भयानक था कि बस डैमेज हो गया है. स्थानीय लोगों ने बताया कि हादसे की आवाज इतनी तेज थी कि आसपास के घरों में लोग दहशत में बाहर निकल आए. बस में सवार यात्रियों में से कुछ को गंभीर चोटें आईं, जबकि कुछ की मौके पर ही मौत हो गई.

5 लोगों की मौत

प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार, इस हादसे में 5 लोगों की जान चली गई, जिनमें एक 16 वर्षीय किशोर भी शामिल है. इसके अलावा, 20 यात्री घायल हुए हैं, जिनमें से कुछ की हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है. घायलों को तुरंत नजदीकी सरकाघाट सिविल अस्पताल ले जाया गया और गंभीर रूप से घायल लोगों को नेरचौक मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.

स्थानीय लोगों ने की मदद

हादसे की खबर मिलते ही तारंगला गांव के लोग तुरंत मौके पर पहुंचे. एक स्थानीय महिला मधु ने बताया कि हादसा उनके घर के ठीक सामने हुआ. उन्होंने कहा, “हमने बस को खाई में पलटा हुआ देखा. लोग चीख रहे थे और हमने बिना देर किए बचाव शुरू कर दिया. ग्रामीणों ने अपनी जान जोखिम में डालकर घायलों को खाई से निकाला और सड़क तक पहुंचाया. कुछ लोग बस के नीचे दब गए थे, जिन्हें निकालने के लिए क्रेन मंगवानी पड़ी. पुलिस और प्रशासन की टीमें भी तुरंत हरकत में आईं.

सरकाघाट के डीएसपी संजीव गौतम ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्यों की कमान संभाली. उन्होंने हादसे की पुष्टि करते हुए बताया कि कुछ लोग बस के मलबे में फंसे थे, जिन्हें क्रेन की मदद से निकाला गया. पुलिस और स्थानीय लोगों की तत्परता से कई जिंदगियां बचाई गईं, लेकिन नुकसान इतना बड़ा था कि इसे रोका नहीं जा सका.

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बारिश या लापरवाही?

हादसे के कारणों की जांच अभी जारी है, लेकिन प्रारंभिक जानकारी में दो बातें सामने आई हैं. पहला, सड़क का तीखा मोड़ और उसकी खराब हालत, और दूसरा चालक की संभावित लापरवाही. कुछ प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उस समय हल्की बारिश हो रही थी, जिसके कारण सड़क फिसलन भरी हो सकती थी. यह भी माना जा रहा है कि चालक ने मोड़ पर गति को नियंत्रित नहीं किया, जिससे बस अनियंत्रित हो गई. हिमाचल की पहाड़ी सड़कें अपनी खूबसूरती के साथ-साथ खतरों से भी भरी हैं. तीखे मोड़, संकरी सड़कें और मौसम की मार अक्सर ऐसे हादसों को जन्म देती हैं.

जयराम ठाकुर ने जताया दुख

हादसे की खबर फैलते ही हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गहरा दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “मंडी में हुई बस दुर्घटना बेहद दुखद है. मैं ईश्वर से सभी की कुशलता की प्रार्थना करता हूं. प्रशासन से अनुरोध है कि घायलों के उपचार की उचित व्यवस्था की जाए.”

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