वाशिंगटन पोस्ट से लेकर BBC तक…PM मोदी के भाषण को विदेशी मीडिया ने कैसे छापा?
पीएम मोदी
PM Modi: पीएम मोदी ने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने जोरदार भाषण से न सिर्फ भारत का सीना गर्व से चौड़ा कर दिया, बल्कि पूरी दुनिया को बता दिया कि अब भारत आतंकवाद के खिलाफ चुप नहीं बैठेगा. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार देश को संबोधित करते हुए PM मोदी ने ऐसा धमाका किया कि पड़ोसी मुल्क से लेकर वैश्विक मीडिया तक, हर कोई उनकी बातों का लोहा मान रहा है. पीएम मोदी ने दो टूक शब्दों में कहा, “आतंक और बातचीत साथ नहीं चल सकते, खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते.”
PM मोदी ने क्या-क्या कहा?
PM ने अपने भाषण में साफ-साफ शब्दों में पाकिस्तान को चेतावनी दी कि अब वो पुराना दौर खत्म, जब परमाणु ब्लैकमेल का डर दिखाकर भारत को दबाया जा सकता था. उन्होंने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर को सिर्फ रोका गया है, खत्म नहीं किया गया.” यानी, अगर भविष्य में कोई आतंकी हरकत हुई, तो भारत अपनी शर्तों पर ऐसा जवाब देगा कि दुनिया देखती रह जाएगी. लेकिन साथ ही, PM ने शांति की बात भी की. उनका कहना था, “ये युद्ध का युग नहीं है, लेकिन आतंक का युग भी नहीं.” मतलब, भारत शांति चाहता है, लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो अपनी ताकत दिखाने से पीछे नहीं हटेगा.
PM ने पाकिस्तान को खुला मैसेज दिया कि अगर तुम्हें अपना वजूद बचाना है, तो अपने आतंकी ढांचे को जड़ से उखाड़ दो. शांति का और कोई रास्ता नहीं.” उन्होंने ये भी साफ किया कि पाकिस्तान के साथ अब कोई ढीली-ढाली बातचीत नहीं होगी. भविष्य में कोई डील सिर्फ दो मुद्दों पर होगी. आतंकवाद और पीओके.
दुनियाभर में PM के भाषण की धूम!
PM मोदी का ये भाषण सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है. बड़े-बड़े अंतरराष्ट्रीय अखबारों और चैनलों ने इसे अपने फ्रंट पेज पर जगह दी. आइए देखते हैं कि दुनियाभर के अखबारों ने पीएम मोदी के भाषण को कैसे छापा है.
वाशिंगटन पोस्ट (अमेरिका): इस अखबार ने PM की चेतावनी को ‘बम’ की तरह छापा. वाशिंगटन पोस्ट ने लिखा, “मोदी ने पाकिस्तान को साफ बता दिया कि भारत ने अपनी सैन्य कार्रवाई को सिर्फ रोका है. अगर भविष्य में कोई आतंकी हमला हुआ, तो भारत अपनी मर्जी से जवाब देगा.”

द गार्जियन (ब्रिटेन): ब्रिटिश अखबार ने PM की परमाणु ब्लैकमेल वाली बात को हाईलाइट किया. लिखा, “पिछले हफ्ते भारत-पाक तनाव के बीच परमाणु खतरे की बातें उड़ी थीं, लेकिन मोदी ने साफ कर दिया कि भारत किसी डर में नहीं झुकेगा.”
बीबीसी न्यूज (ब्रिटेन): बीबीसी ने PM के उस डायलॉग पर फोकस किया, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते.” साथ ही, उनकी चेतावनी कि “आतंक का युग खत्म होना चाहिए” को भारत की सख्त नीति का बड़ा सबूत बताया. बीबीसी ने ये भी कहा कि PM का भाषण भारत के आतंकवाद विरोधी रुख को और मजबूत करता है.

जापान टाइम्स (जापान): इस अखबार ने PM के दावे को सबसे ज्यादा तवज्जो दी कि ऑपरेशन सिंदूर ने आतंकवाद के खिलाफ एक नया रास्ता, एक नया मानदंड बनाया है.” साथ ही, परमाणु ब्लैकमेल के खिलाफ उनकी चेतावनी को भी खूब सराहा.

समा टीवी (पाकिस्तान): अब भई, पाकिस्तानी मीडिया भी कहां पीछे रहने वाला था. समा टीवी ने PM की चेतावनी को प्रमुखता दी कि “ऑपरेशन सिंदूर खत्म नहीं हुआ, बस रुका है.” साथ ही, उनके परमाणु ब्लैकमेल वाले बयान को भी हाईलाइट किया. जाहिर है, PM का मैसेज इस्लामाबाद तक गूंज रहा है.
ऑपरेशन सिंदूर
अब जरा बात करते हैं ऑपरेशन सिंदूर की. ये कोई छोटा-मोटा ऑपरेशन नहीं था. ये भारत की उस ताकत का सबूत है, जो आतंकवाद को ना सिर्फ मुंहतोड़ जवाब देती है, बल्कि पूरी दुनिया को दिखाती है कि भारत अब पहले से कहीं ज्यादा मजबूत, निडर और तैयार है. PM ने कहा कि इस ऑपरेशन ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में ‘नई राह’ बनाई है. यानी आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस.
PM ने ये भी बताया कि भारत ने अपनी सैन्य ताकत का इस्तेमाल सिर्फ इसलिए रोका, क्योंकि भारत शांति चाहता है. लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि भारत कमजोर है. उन्होंने कहा, “शांति के लिए ताकत जरूरी है, और जब जरूरत हो, उस ताकत का इस्तेमाल भी करना पड़ता है.”
PM मोदी ने गेंद पूरी तरह पाकिस्तान के पाले में डाल दी है. उनका साफ मैसेज है, “अगर शांति चाहिए, तो आतंकी ठिकाने खत्म करो. वरना, भारत चुप नहीं बैठेगा.” उन्होंने ये भी दोहराया कि आतंक और व्यापार, आतंक और बातचीत ये सब एक साथ नहीं चल सकता. अब पाकिस्तान को फैसला करना है कि वो शांति का रास्ता चुनता है या फिर भारत की ताकत का सामना करने को तैयार रहता है.