अहमदाबाद में भारत का दूसरा सबसे बड़ा विमान हादसा… 29 साल पहले चरखी दादरी प्लेन क्रैश ने ली थी 349 लोगों की जान
चरखी दादरी विमान हादसा
Ahmedabad Plane Crash: गुजरात के अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान हादसे ने पूरे देश को ही नहीं बल्की विदेश के लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है. अहमदाबाद विमान दुर्घटना भारत का दूसरा सबसे बड़ा विमान हादसा है. पहला हादसा आज से 29 साल पहले हरियाणा के चरखी दादरी में हुआ था, जिसमें 349 लोगों की मौत हो गई थी.
29 साल पहले हुआ सबसे बड़ा विमान हादसा
साल था 1996, 12 नवंबर की शाम 6:30 बजे एक विमान हादसे की खबर सामने आई. जानकारी मिली की एक मालवाहक और यात्री विमान की आपस में टक्कर हो गई है. पूरे देश में हलचल मच गई. कजाकिस्तान एयरलाइंस और सऊदी अरेबिया एयरलाइंस की विमानों की आपस में टक्कर हुई थी. इनमें से एक विमान टिकाण कलां गांव के खेतों में जा गिरा. चरखी दादरी में जो विमान आपस में टकराए थे, उनमें से एक यात्री विमान कजाकिस्तान का था. यह विमान दिल्ली से कजाकिस्तान के लिए रवाना हुआ था. जबकि, मालवाहक विमान सऊदी अरब का था, जिसे दिल्ली में लैंड होना था.
चरखी दादरी विमान हादसे में 349 मौतें
चरखी दादरी विमान हादसे में कुल 349 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी,जिसमें 231 भारतीय, 3 पाकिस्तानी, 9 नेपाली, सऊदी अरब के 18 के साथ-साथ अमेरिका और ब्रिटेन के 2-2 नागरिकों की मौत हुई थी. बता दें कि मरने वाले 84 लोगों की पहचान नहीं हो पाई थी. इतने ज्यादा शवों को रखने के लिए चरखी दादरी का सरकारी अस्पताल भी छोटा पड़ गया था.
हादसे के बाद विमान का मलबा लगभग 10 किमी दूर तक फैला था. इस भयानक हादसे को लोग 29 साल बाद भी भूल नहीं पाए हैं. बता दें कि, दुनिया के प्रमुख विमान हादसों में भी इसे शामिल किया जाता है.
गुजरात विमान हादसे ने याद करवाया दर्द का वो मंजर
गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून 2025 को जो हादसा हुआ, उसने चरखी दादरी में हुए हादसे के जख्मों को एक बार फिर याद करवा दिया है. अहमदाबाद में हुए हादसे में 265 लोगों की जान चली गई. इसमें 241 प्लेन में सवार थे, जबकि बाकी लोग उस बिल्डिंग में मौजूद थे जहां ये हादसा हुआ. इस हादसे में मरने वालों में 169 भारतीय, 53 ब्रिटिश नागरिक, 1 कैनेडियन और 7 पुर्तगाली नागरिक सवार थे. इस हादसे में विमान सवार केवल 1 युवक जिंदा बचा, जिसका नाम रमेश विश्वास कुमार है. इस हादसे में गुजरात के पूर्व CM विजय रूपाणी और बीजे मेडिकल कॉलेज की डीन मिनाक्षी परीख की भी मौत हो गई.
29 साल बाद फिर दोहरा इतिहास
हरियाणा के चरखी दादरी में 1996 में हुए विमान हादसे में लोगों ने आग के गोले बरसते देखे थे और दर्द का भयानक मंजर देखा था. बता दें कि विमान को लंबी दूरी की यात्रा तय करने के लिए बड़ी मात्रा में ईंधन की जरुरत होती है. अहमदाबाद विमान हादसे में भी लोगों ने आग की लपटे उठती देखी. एअर इंडिया के इस विमान में भी भारी मात्रा में ईंधन भरा था. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के वक्त हर जगह शव बिखरे पड़े थे. इस हादसे ने 29 साल पुराने इतिहास को एक बार फिर दोहराया है.
चरखी दादरी में हुए विमान हादसे के बाद तत्कालीन PM एचडी देवगौड़ा और हरियाणा के तत्कालीन CM बंसी लाल भी मौके पर पहुंचे थे. अहमदाबाद से भी कुछ ऐसी ही तस्वीरें सामने आई. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू और गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल पहुंचे और हालात का जायजा लिया.