IPS पति से दूर रहना नहीं था मंजूर, जज पत्नी ने किया कुछ ऐसा, जानकर आप भी कहेंगे ‘वाह’!

Tuhin-Nikita Sengar Love Story: पति के साथ रहने की चाहत में निकिता ने एक ऐसी चुनौती स्वीकार की, जो आसान नहीं थी. उन्हें आंध्र प्रदेश में जज बनने के लिए वहां की न्यायिक सेवा परीक्षा पास करनी थी, और इसके लिए तेलुगु भाषा सीखना अनिवार्य था. एक तरफ सिविल जज की नौकरी, दूसरी तरफ एक नई और मुश्किल भाषा सीखना, निकिता ने यह सब एक साथ किया.
Tuhin-Nikita Sengar Love Story

सिविल जज निकिता सेंगर

IPS Tuhin Sinha Love Story: प्यार में लोग क्या-क्या नहीं करते. कोई सरहद पार कर जाता है, तो कोई करियर को नया मोड़ दे देता है. ऐसी ही एक कहानी आजकल खूब सुर्खियां बटोर रही है, जिसमें एक आईपीएस अफसर की पत्नी ने उनके साथ रहने के लिए न सिर्फ एक नई भाषा सीखी, बल्कि अपना पूरा करियर ही बदल डाला. यह कहानी है आईपीएस तुहिन सिन्हा और उनकी सिविल जज पत्नी निकिता सेंगर की.

कॉलेज से शुरू हुई प्रेम कहानी

निकिता और तुहिन की मुलाकात पुणे के आईएलएस लॉ कॉलेज में हुई थी. दोनों ही पढ़ाई में अव्वल थे और अपने करियर को लेकर बेहद गंभीर भी. उनकी मेहनत रंग लाई. तुहिन साल 2017 में आंध्र प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी बने, वहीं निकिता ने 2018 में उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा पास कर सिविल जज का पद संभाला.

सबकुछ सही चल रहा था और 2021 में दोनों ने शादी कर ली. उन्हें उम्मीद थी कि शादी के बाद तुहिन का ट्रांसफर यूपी हो जाएगा ताकि दोनों साथ रह सकें. लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ, तो निकिता ने एक बड़ा फैसला लिया. उन्होंने अपने पति के साथ रहने के लिए खुद ही आंध्र प्रदेश जाने की ठान ली.

यह भी पढ़ें: Archana Tiwari Case: लापता अर्चना तिवारी मामले में बड़ा अपडेट, ग्वालियर के कॉन्स्टेबल की एक बार हुई थी बात, जानिए पुलिसकर्मी ने क्या कहा

तेलुगु की चुनौती

पति के साथ रहने की चाहत में निकिता ने एक ऐसी चुनौती स्वीकार की, जो आसान नहीं थी. उन्हें आंध्र प्रदेश में जज बनने के लिए वहां की न्यायिक सेवा परीक्षा पास करनी थी, और इसके लिए तेलुगु भाषा सीखना अनिवार्य था. एक तरफ सिविल जज की नौकरी, दूसरी तरफ एक नई और मुश्किल भाषा सीखना, निकिता ने यह सब एक साथ किया.

उनकी मेहनत और लगन रंग लाई. साल 2025 में उन्होंने आंध्र प्रदेश न्यायिक सेवा परीक्षा दी और अपनी पहली ही कोशिश में चौथी रैंक हासिल करके सबको चौंका दिया. यह एक बड़ी उपलब्धि थी, क्योंकि उन्हें न सिर्फ एक नए सिलेबस से जूझना पड़ा, बल्कि एक बिल्कुल नई भाषा में परीक्षा देनी पड़ी थी. इस सफलता के बाद उन्हें आंध्र प्रदेश में ही सिविल जज का पद मिल गया.

आज आईपीएस तुहिन सिन्हा अनाकापल्ली में पुलिस अधीक्षक (SP) हैं और उनकी पत्नी निकिता सेंगर भी आंध्र प्रदेश में अपनी सेवाएं दे रही हैं. किसी ने क्या खूब कहा है कि अगर इरादे मजबूत हों, तो कोई भी मुश्किल बड़ी नहीं होती.

ज़रूर पढ़ें