एक ही झटके में बदलने वाली है डॉक्टर बनने की पूरी प्रक्रिया, अब NEET नहीं NExT एग्जाम कराने की तैयारी में NMC, जानें A टू Z डिटेल
प्रतीकात्मक तस्वीर
NExT Exam: मेडिकल की पढ़ाई करने वाले करोड़ों लोगों के सपनों का अगला स्टॉप अब बदलने वाला है. नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने साफ-साफ बता दिया है कि जल्द ही एक सिंगल सुपर एग्जाम NExT आने वाला है, जो मौजूदा NEET-PG को रिटायर कर देगा और डॉक्टर बनने की पूरी जर्नी को एक ही टेस्ट में समेट लेगा. लेकिन इसके लिए अभी कुछ सालों का इंतजार करना होगा. दरअसल, अभी तो 3-4 साल का मॉक टेस्ट वाला ट्रायल पीरियड चलने वाला है. आइए जानते हैं कि आखिर ये NExT क्या बला है? कब आएगा? स्टूडेंट्स क्या कह रहे हैं?
चार एग्जाम, चार सिरदर्द
अभी तक डॉक्टर बनने का रोडमैप कुछ यूं था. पहले NEET-UG क्रैक करके MBBS में घुसो, फिर 4.5 साल की पढ़ाई के बाद यूनिवर्सिटी का फाइनल ईयर एग्जाम दो, इंटर्नशिप निपटाओ और फिर NEET-PG में जान फूंककर MD/MS की सीट पकड़ो. विदेश से पढ़े तो अलग से FMGE का रोना. मतलब हर कदम पर नया टेंशन, नया सिलेबस, नई डेटशीट. लेकिन NMC ने अब इस सिस्टम में बदलाव की ठान ली है. अब NExT आएगा तो MBBS के आखिरी पड़ाव पर एक ही ग्रैंड एग्जाम होगा. पास करोगे तो तीन गोल्डन टिकट एक साथ. पहला, मेडिकल प्रैक्टिस का लाइसेंस; दूसरा, पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन; तीसरा, विदेशी MBBS वालों के लिए FMGE की छुट्टी.
यानी एक पेपर में डॉक्टर बन सकते हैं. NMC का मानना है कि इससे पूरे देश के मेडिकल कॉलेजों का लेवल एक बराबर हो जाएगा और डॉक्टरों की क्वालिटी में जबरदस्त उछाल आएगा. सुनने में तो कमाल लग रहा है ना? 2025 में लॉन्च होने वाला था, लेकिन स्टूडेंट्स ने ब्रेक लगा दी.
अब मॉक टेस्ट का लंबा सफर
NMC ने पहले प्लान बनाया था कि 2019 बैच के स्टूडेंट्स 2023 में ही NExT दे देंगे, फिर डेट आगे खिसकाकर अगस्त 2025 कर दी. लेकिन स्टूडेंट्स और डॉक्टरों के संगठनों के बीच बात नहीं बनी. फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल स्टूडेंट्स एसोसिएशन ने मीटिंग की, विरोध जताया और NMC को पीछे हटना पड़ा. अब अगले तीन से चार साल तक NMC खुद जेब ढीली करके मॉक टेस्ट कराएगी. मतलब रियल एग्जाम की ड्रेस रिहर्सल. सिलेबस टेस्ट होगा, पैटर्न चेक होगा, स्टूडेंट्स-टीचर्स का फीडबैक लिया जाएगा. अगर सब स्मूथ रहा तो 2028-29 के आसपास असली NExT मैदान में उतरेगा. तब तक NEET-PG, FMGE और MBBS फाइनल ईयर एग्जाम वैसे ही चलते रहेंगे.
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स्टूडेंट्स क्यों डर रहे हैं?
अब स्टूडेंट्स की बात सुनिए. 2019 में जब पहला ऐलान हुआ था तो हंगामा हो गया था. स्टूडेंट्स का सवाल था कि MBBS के 19 सब्जेक्ट्स, इंटर्नशिप की भागदौड़, ऊपर से एक नेशनल लेवल का मेगा एग्जाम? कब सांस लेंगे? उनका डर जायज है. NEET-PG में तो कम से कम री-अटेम्प्ट का ऑप्शन रहता है, लेकिन NExT में अगर एक बार फेल हो गए तो लाइसेंस भी नहीं, PG भी नहीं. पेपर लीक की पुरानी बीमारियां तो हैं ही. कुछ ने तो NMC एक्ट 2019 के सेक्शन तक कोट करके कहा कि ये प्रावधानों के खिलाफ है. लेकिन NMC का कहना है कि मॉक टेस्ट इसी डर को दूर करने के लिए हैं. सिलेबस MBBS का ही रहेगा, कुछ एक्स्ट्रा नहीं डालेंगे.
अभी FMGE का पास रेट 20-25% है, लेकिन NExT में वो भारतीय स्टूडेंट्स के साथ ही एग्जाम देंगे और पास होते ही लाइसेंस पक्का हो जाएगा. मतलब विदेशी डिग्री की वैल्यू एक झटके में बढ़ जाएगी. NMC का सपना बड़ा है, एक देश, एक एग्जाम, एक स्टैंडर्ड. PG सीटें पूरी तरह मेरिट पर मिलेगी. डॉक्टरों की क्वालिटी में इजाफा होगा. अभी के लिए NEET-PG की तैयारी जारी रखिए, क्योंकि NExT अभी दूर की कौड़ी है. लेकिन हां, 2028-29 आते-आते मेडिकल की दुनिया एकदम नई हो सकती है.