जब चीन में PM मोदी के काफिले में शामिल हुई ‘ड्रैगन’ की सबसे खास कार, क्यों इतनी बेमिसाल है ‘रेड फ्लैग’?
PM मोदी को जिनपिंग ने दी फेवरेट कार
Xi Jinping Hongqi L5: पीएम मोदी जब भी किसी विदेशी दौरे पर होते हैं, तो उनका प्रोटोकॉल और सुरक्षा दुनियाभर में चर्चा का विषय बनती है. लेकिन इस बार चीन में कुछ ऐसा हुआ, जिसने सबको चौंका दिया. शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए चीन पहुंचे पीएम मोदी के लिए चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अपनी सबसे पसंदीदा और चीन की शान कही जाने वाली कार होंग्की-L5 का इंतजाम किया. यह कोई आम कार नहीं है, बल्कि चीन के ‘ड्रैगन’ का सबसे शक्तिशाली और आलीशान ‘रथ’ है.
चीन का चलता-फिरता ‘राजमहल’ रेड फ्लैग
इस कार को आम भाषा में ‘रेड फ्लैग’ यानी ‘लाल झंडा’ कहा जाता है. यह सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि चीन के गौरव और शक्ति का प्रतीक है. इसे चीन की सरकार की कंपनी फर्स्ट ऑटोमोटिव वर्क्स (First Automotive Works) बनाती है और यह चीन के शीर्ष नेताओं के लिए ही तैयार की जाती है. आम जनता के लिए इसे खरीदना लगभग नामुमकिन है.
क्यों है यह कार इतनी खास?
यह कार सिर्फ पैसे से नहीं खरीदी जा सकती. इसकी कीमत लगभग 5.6 करोड़ रुपये है, लेकिन यह रसूख और पहुंच की निशानी है. यह चीन में बनी अब तक की सबसे महंगी कार है. इसके बोनट के नीचे एक टर्बोचार्ज्ड V8 इंजन लगा है, जो 402 हॉर्स पावर की ताकत देता है. 8 सेकंड में ही यह 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है. यह हाईवे पर 500 मील यानी लगभग 800 किलोमीटर तक लगातार दौड़ सकती है.
यह कार अपनी दमदार सिक्योरिटी के लिए मशहूर है. यह बुलेटप्रूफ है और इसे हर तरह के हमलों से बचाने के लिए बनाया गया है. यही कारण है कि शी जिनपिंग खुद अपने आधिकारिक दौरों पर इसी पर भरोसा करते हैं.
साल 2019 में जब शी जिनपिंग भारत आए थे, तब भी वह चेन्नई के पास महाबलीपुरम में पीएम मोदी से मिलने के लिए इसी कार से पहुंचे थे. इस बार पीएम मोदी को इस कार में सफर करने का मौका मिला, जिसने दोनों देशों के बीच कूटनीतिक रिश्तों को एक नया रंग दे दिया.
पुतिन की ‘आर्मर्ड’ ऑरस
दिलचस्प बात यह है कि जहां चीन ने पीएम मोदी को अपनी खास कार दी, वहीं रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अपनी ही पसंदीदा कार ‘ऑरस’ (Aurus) से चीन पहुंचे. यह कार भी कम शानदार नहीं है. रूस में बनी यह लग्जरी कार अपनी दमदार सुरक्षा और शाही अंदाज़ के लिए जानी जाती है. पुतिन की कार को चीन में एक खास राजनयिक नंबर प्लेट दी गई, जिससे यह साफ था कि वह अपने देश की ‘ऑटोमोबाइल डिप्लोमेसी’ दिखा रहे थे.
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