इमरजेंसी पर थरूर के लेख से ‘तिलमिलाई’ कांग्रेस! टैगोर बोले- तोता बन रही चिड़िया
शशि थरूर ने इमरजेंसी को लेकर अपनी ही पार्टी को घेरा!
Shashi Tharoor On Emergency: शशि थरूर अपने बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने मलयालम अखबार ‘दीपिका’ में एक लेख लिखा है. इस लेख में उन्होंने 1975 की इमरजेंसी को भारत के इतिहास का ‘काला अध्याय’ बताया है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि यह भविष्य के लिए एक बड़ा सबक है.
थरूर ने इस दौरान हुई कुछ घटनाओं का भी जिक्र किया, जैसे इंदिरा गांधी के बेटे संजय गांधी का जबरदस्ती नसबंदी अभियान और दिल्ली में झुग्गियों को बेरहमी से तोड़ना, जिससे हजारों लोग बेघर हो गए थे. उन्होंने यह भी कहा कि आज का भारत 1975 का भारत नहीं है और लोकतंत्र में हमेशा सतर्क रहना बेहद जरूरी है.
‘तोता’ बनाम ‘बाज’
थरूर के इस बयान से कांग्रेस के भीतर हंगामा मच गया. पार्टी के सांसद मणिकम टैगोर ने बिना नाम लिए थरूर पर निशाना साधा. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा, “जब कोई साथी बीजेपी की बातें दोहराने लगे, तो सोचने लगता हूं कि क्या चिड़िया तोता बन रही है?” उन्होंने आगे कहा, “नकल करना पक्षियों में अच्छा लगता है, राजनीति में नहीं.”
थमने का नाम नहीं लेती थरूर-कांग्रेस की नोकझोंक
यह कोई पहली बार नहीं है जब शशि थरूर और कांग्रेस के बीच अनबन सामने आई है. पिछले महीने भी थरूर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में लिखा था, “उड़ने के लिए इजाजत मत मांगो. पंख तुम्हारे हैं और आसमान किसी का नहीं है.” इसके जवाब में मणिकम टैगोर ने थरूर पर निशाना साधा था.
शशि थरूर के कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने के बाद से ही उनके और पार्टी के बड़े नेताओं के बीच रिश्ते हमेशा सुर्खियों में रहे हैं. हाल ही में जब केंद्र सरकार ने थरूर को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर विदेश दौरे पर भेजे गए एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी दी, तो इससे भी पार्टी के भीतर कुछ नाराजगी देखी गई. कांग्रेस पार्टी के लिए शशि थरूर का यह बयान एक नई चुनौती बनकर सामने आया है.