“जब घर में सांप पालोगे तो…”, हिलेरी क्लिंटन के बयान को कोट कर थरूर ने पाकिस्तान को धोया, जानिए 14 साल पुराना वो किस्सा
शशि थरूर ने पाकिस्तान को फिर धोया
Shashi Tharoor On Pakistan: कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई. अपनी बेबाक बयानबाजी और तीखे तर्कों के लिए मशहूर थरूर ने वाशिंगटन डीसी में न सिर्फ पाकिस्तान की पोल खोली, बल्कि 14 साल पुरानी अमेरिकी चेतावनी को भी फिर से ताजा कर दिया. दरअसल, भारत के ऑल-पार्टी डेलिगेशन की अगुवाई करते हुए थरूर ने पाकिस्तानी दावों को तथ्यों के साथ धो डाला.
थरूर ने क्या-क्या कहा?
तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर अमेरिका में भारतीय दूतावास में एक चर्चा में हिस्सा ले रहे थे. वहां पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने दावा किया कि हम भी आतंकवाद के शिकार हैं, हमने भारत से ज्यादा नुकसान झेला है. यह सुनते ही थरूर ने तुरंत पलटवार किया. उन्होंने कहा, “अच्छा, ये बताइए, इसके लिए जिम्मेदार कौन है?” थरूर का इशारा साफ था कि पाकिस्तान की अपनी नीतियों ने ही उसे इस मुसीबत में डाला है.
हिलेरी क्लिंटन का ‘सांप’ वाला तंज
थरूर ने अपनी बात को और मजबूत करने के लिए 2011 में अमेरिका की तत्कालीन विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के मशहूर बयान को याद दिलाया. हिलेरी ने तब पाकिस्तान में खड़े होकर कहा था, “आप अपने आंगन में सांप नहीं पाल सकते और ये उम्मीद नहीं कर सकते कि वो सिर्फ पड़ोसियों को काटेगा.” उनका इशारा हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकी संगठनों की तरफ था, जिन्हें पाकिस्तान ने पनाह दी थी. थरूर ने इस बयान को दोहराते हुए कहा कि आज पाकिस्तान तहरीक-ए-तालिबान (TTP) के हाथों परेशान है, लेकिन ये भूल गया कि तालिबान को पनाह देने की शुरुआत उसने ही की थी. थरूर का सवाल था, “जिस तालिबान से TTP निकला, उसे किसने बनाया? जवाब तो सब जानते हैं.”
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भारत पर हुए कई हमले- थरूर
थरूर ने भारत के खिलाफ हुए आतंकी हमलों का जिक्र भी किया. उन्होंने कहा कि 1989 से लेकर अब तक, भारत पर जितने भी बड़े हमले हुए, उनकी साजिश का तार पाकिस्तान से जुड़ा है. खास तौर पर 26/11 के मुंबई हमलों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, “पाकिस्तान हर बार इनकार करता रहा, लेकिन जब एक आतंकी जिंदा पकड़ा गया, तो उसका पता, उसकी ट्रेनिंग, सब कुछ पाकिस्तान से जुड़ा निकला.”
थरूर ने यह भी बताया कि भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत क्यों नहीं हो पाती. उन्होंने कहा, “लोग पूछते हैं कि भारत पाकिस्तान से बात क्यों नहीं करता? लेकिन हम किससे बात करें? वहां की सिविलियन सरकार या तो आतंकियों को कंट्रोल नहीं कर सकती या करना नहीं चाहती. अगर सेना सीमा पार आतंकियों को भेज रही है और सिविलियन सरकार को इसकी खबर तक नहीं, तो बातचीत का क्या फायदा?”
क्यों खास थी ये बातचीत?
थरूर की यह बयानबाजी इसलिए भी चर्चा में रही, क्योंकि उन्होंने न सिर्फ तथ्यों के साथ पाकिस्तान को घेरा, बल्कि हिलेरी क्लिंटन के बयान को याद दिलाकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर पुरानी बात को फिर से सुर्खियों में ला दिया. यह एक तरह से पाकिस्तान को आइना दिखाने जैसा था कि उसकी नीतियां न सिर्फ भारत, बल्कि खुद उसके लिए भी नुकसानदायक हैं.
थरूर का स्टाइल
शशि थरूर अपनी तर्कशक्ति और बोलने की कला के लिए जाने जाते हैं. चाहे वो संसद में हो, अंतरराष्ट्रीय मंच पर, या सोशल मीडिया पर, वो हमेशा अपनी बात को रोचक और प्रभावी ढंग से रखते हैं. इस बार भी उन्होंने न सिर्फ पाकिस्तान को लताड़ा, बल्कि इतिहास और तथ्यों को मिलाकर अपनी बात को ऐसा बनाया कि सुनने वाला दंग रह जाए.