फ्रीजर में कैद मौत, टुकड़ों में बंटी लाश और एक हैवान का काला सच…जब दिल्ली में हुआ था प्यार का खूनी अंत!

पुलिस की जांच में सामने आया कि आफताब ने इस हत्या की पूरी प्लानिंग की थी. वह एक ट्रेन्ड शेफ था, जिससे उसे शव को काटने में मदद मिली. उसने गूगल पर खून के धब्बों को साफ करने के तरीके और शव को ठिकाने लगाने के लिए केमिकल्स के बारे में सर्च किया था. इतना ही नहीं, उसने लोकप्रिय अमेरिकी टीवी शो "डेक्सटर" देखकर शव को ठिकाने लगाने की तरकीबें सीखी थीं.
Shraddha Walkar Murder Case

प्यार का खौफनाक अंत!

Shraddha Walkar Murder Case: यह कहानी है एक ऐसे खौफनाक हत्याकांड की, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया. एक प्रेम कहानी, जिसका अंत इतना भयानक होगा, किसी ने सोचा भी नहीं था. मुंबई की रहने वाली एक मासूम लड़की, जो अपने सपनों को पूरा करने दिल्ली आई थी, उसे क्या पता था कि जिस प्यार में उसने अपना सब कुछ लुटा दिया, वही उसकी मौत का कारण बनेगा.

श्रद्धा और आफताब अमीन पूनावाला की मुलाकात एक डेटिंग ऐप पर हुई थी. धीरे-धीरे प्यार परवान चढ़ा और दोनों ने लिव-इन रिलेशनशिप में रहने का फैसला किया. परिवार की मर्ज़ी के खिलाफ, वे मुंबई से दिल्ली आ गए. श्रद्धा के लिए यह एक नई शुरुआत थी, आज़ादी और खुशियों से भरी. लेकिन यह खुशी ज़्यादा दिनों तक टिक नहीं पाई.

खूनी रात

18 मई 2022 की रात, आफताब और श्रद्धा के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ. यह झगड़ा इतना बढ़ गया कि आफताब ने गुस्से में आकर श्रद्धा का गला घोंट दिया और उसकी जान ले ली. लेकिन आफताब की हैवानियत यहीं खत्म नहीं हुई. उसने जो कुछ भी श्रद्धा के शव के साथ किया, वह किसी भी इंसान को सिहरा देगा. उसने श्रद्धा के चेहरे को जला दिया, ताकि कोई उसे पहचान न सके.

‘फ्रीजर’ में कैद सच

दिल्ली जैसे भीड़भाड़ वाले शहर में लाश को ठिकाने लगाना आसान नहीं था. आफताब ने एक 300 लीटर का बड़ा फ्रीजर खरीदा. फिर उसने श्रद्धा के शव को कई टुकड़ों में काटा और उन टुकड़ों को फ्रीजर में ऐसे भर दिया, जैसे कोई आइसक्रीम सहेज कर रखता हो. अगले 18 दिनों तक, आफताब हर रात 2 बजे उन टुकड़ों को दिल्ली के छतरपुर के जंगलों और आस-पास की जगहों पर फेंकता रहा, ताकि किसी को शक न हो.

कैसे खुला राज़?

आफताब का नाटक यहीं नहीं रुका. वह श्रद्धा के नाम से सोशल मीडिया पर पोस्ट करता रहा, ताकि दोस्तों और परिवार को लगे कि वह अभी भी ज़िंदा है. वह सामान्य व्यवहार करता रहा और तो और, उसने एक नई लड़की के साथ डेटिंग भी शुरू कर दी. जब श्रद्धा के पिता को कई महीनों तक बेटी की कोई खबर नहीं मिली, तो उन्होंने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. पुलिस ने आफताब से पूछताछ की. उसके बयानों में विरोधाभास देखकर पुलिस का शक गहराया और आखिरकार, आफताब टूट गया और उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया.

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आफताब का शातिर दिमाग

पुलिस की जांच में सामने आया कि आफताब ने इस हत्या की पूरी प्लानिंग की थी. वह एक ट्रेन्ड शेफ था, जिससे उसे शव को काटने में मदद मिली. उसने गूगल पर खून के धब्बों को साफ करने के तरीके और शव को ठिकाने लगाने के लिए केमिकल्स के बारे में सर्च किया था. इतना ही नहीं, उसने लोकप्रिय अमेरिकी टीवी शो ‘डेक्सटर’ देखकर शव को ठिकाने लगाने की तरकीबें सीखी थीं. वह उसी कमरे में सोता था, जहां उसने श्रद्धा के शव को काटा था. फ्रीजर में शव रखने के बाद भी वह श्रद्धा का चेहरा देखता था. उसने सबसे पहले श्रद्धा के लिवर और आंतों को काटकर निकाला था.

आफताब का काला सच

श्रद्धा के दोस्तों और परिवार ने बताया कि आफताब पहले भी श्रद्धा के साथ मारपीट करता था. उनके बीच अक्सर पैसों को लेकर झगड़े होते थे. आफताब पूछताछ के दौरान कबूल किया कि श्रद्धा उस पर शादी करने का दबाव बना रही थी, जिसके कारण अक्सर उनके बीच झगड़े होते थे. श्रद्धा के पिता को तो यह भी नहीं पता था कि वह दिल्ली में रह रही है. उन्हें लगता था कि वह बेंगलुरु में है. जब भी वे उसके पार्टनर के बारे में पूछते, तो वह ज़्यादा बात नहीं करती थी.

यह हत्याकांड पूरे देश में चर्चा का विषय बना था. आफताब को 12 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया गया था और वह फिलहाल दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है. दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ 6,629 पन्नों का आरोप पत्र भी दाखिल किया है.

इस मामले में ट्रायल चल रहा है. जून 2024 में दिल्ली की साकेत कोर्ट में आफताब पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 302 (हत्या) और 201 (सबूत मिटाना) के तहत आरोप तय किए गए थे. आफताब ने खुद को निर्दोष बताया है. अदालत में गवाहों की गवाही और सबूतों की जांच जारी है. श्रद्धा के पिता ने आफताब के लिए मौत की सजा की मांग की है. यह मामला अभी भी कानूनी प्रक्रिया से गुजर रहा है और फैसला आना बाकी है.

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