तेज प्रताप यादव को बड़ा झटका, चुनाव हारने के बाद अब खाली करना होगा सरकारी बंगला, इस मंत्री को हुआ अलॉट
तेज प्रताप यादव (फाइल फोटो)
Bihar Politics: राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को विधानसभा चुनाव से पहले पारिवारिक विवाद के कारण घर से निकाल दिया गया था. जिसके बाद उन्होंने अपनी नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें करारी हार का सामना करना पड़ा. अब उन्हें सरकारी घर भी खाली करना पड़ेगा. क्योंकि उनको जो आवास मिला था, वह विधायक रहने तक ही अपने पास रखा जा सकता है. तेज प्रताप तो विधायक हैं नहीं, ऐसे में उन्हें ये घर जल्द ही खाली करना पड़ेगा. तेज प्रताप यादव के 26M स्टैंड रोड वाले आवास पर अब एनडीए सरकार के मंत्री लखेंद्र कुमार रोशन रहेंगे.
2015 में तेज प्रताप को मिला था यह बंगला
तेज प्रताप यादव को यह बंगला 2015 में पहली बार विधायक बनने के बाद आबंटित हुआ था, जो अब तक उनके पास रहा. क्योंकि वे दूसरी बार भी हसनपुर विधानसभा सीट से विधायक बने थे. इसलिए उनके नाम पर अलॉट कर दिया गया था. लेकिन अब महुआ सीट से चुनाव हारने के बाद उन्हें सरकारी बंगला खाली करने का नोटिस मिल चुका है. तेज प्रताप यादव से पहले उनकी मां पूर्व सीएम राबड़ी देवी को भी सरकारी आवास खाली करने की नोटिस मिली है. राबड़ी देवी जिस घर को खाली करेंगी, वहां पर उनका पूरा परिवार 20 सालों से रहता है. अब सरकारी आवास खाली करने के बाद राबड़ी देवी का नया ठिकाना हार्डिंग रोड आवास नंबर 39 पर होगा.
राबड़ी देवी को भी खाली करना होगा बंगला
पूर्व सीएम राबड़ी देवी को सर्कुलर रोड पर सरकारी आवास आवंटित हुआ था. जिसे खाली करने के लिए बिहार सरकार के भवन निर्माण विभाग ने नोटिस भेजा है. राबड़ी देवी बिहार विधान परिषद की सदस्य हैं. राबड़ी के इस सरकारी आवास में लालू यादव भी रहते थे. यहीं से राजद की राजनीतिक गतिविधियां चलती थीं. लेकिन अब 20 सालों से कब्जा जमाए इस घर को खाली करने का समय आ गया है. जल्द ही राबड़ी देवी घर को खाली करेंगी.
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हार के बाद खाली करना पड़ेगा सरकारी बंगला
तेज प्रताप यादव पूर्व सीएम लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के बड़े बेटे हैं. तेज प्रताप राजद से 2 बार विधायक रह चुके हैं. विधानसभा चुनाव से पहले लालू परिवार में पारिवारिक विवाद हो गया, जिसके बाद तेज प्रताप को पार्टी और घर दोनों से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. पार्टी और घर से निकाले जाने के बाद तेज प्रताप ने अपनी एक नई पार्टी बनाई और उसी के बैनर तले चुनाव लड़ा. लेकिन इस चुनाव में उन्हें करारी शिकस्त मिली. सरकारी आवास में रह रहे तेज प्रताप को चुनाव में मिली हार के बाद दोहरा झटका लगा है. अब उन्हें सरकारी आवास छोड़कर अपने निजी घर में शिफ्ट होना पड़ेगा.