CM योगी तक पहुंची भैंस की पुकार! पीलीभीत में ‘ईमानदार चोर’ ने कर डाली ऐसी मांग, अफसरों का घूमा माथा

विपिन कोई आम चोर नहीं, बल्कि 'ईमानदार चोर' हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के IGRS (Integrated Grievance Redressal System) पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज की और ऊर्जा विभाग से बाकायदा बिजली चोरी की अनुमति मांग ली. और तो और, उन्होंने ये भी ऑफर दिया कि वो इसके बदले हर महीने 200 रुपये सरकार को देंगे.
UP News

सीएम योगी ने शख्स की अजीब मांग

UP News: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक ऐसी खबर सामने आई है, जो सुनकर आप हंसते-हंसते लोटपोट हो जाएंगे. यहां के एक युवक ने अपनी भैंस की खातिर ऐसी अनोखी मांग कर डाली कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक बात पहुंच गई. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर माजरा क्या है? आइए, सबकुछ बताते हैं.

भैंस की परेशानी

पीलीभीत के दुधियाखुर्द गांव में रहने वाले विपिन कुमार अपनी भैंस को बहुत प्यार करते हैं. गर्मी के इस मौसम में उनकी भैंस को दिन में मक्खियां और रात में मच्छर इतना तंग करते हैं कि बेचारी का जीना मुहाल हो गया. अब भैंस का दुख तो विपिन से देखा न गया. उन्होंने सोचा, “क्यों न भैंस के लिए पंखा चलाया जाए?” लेकिन बिजली का कनेक्शन लेने में खर्चा और झंझट, तो विपिन ने एक शॉर्टकट ढूंढ निकाला. यानी ‘कटिया’ डालने की तरकीब.

लेकिन विपिन कोई आम चोर नहीं, बल्कि ‘ईमानदार चोर’ हैं. उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार के IGRS (Integrated Grievance Redressal System) पोर्टल पर अपनी शिकायत दर्ज की और ऊर्जा विभाग से बाकायदा बिजली चोरी की अनुमति मांग ली. और तो और, उन्होंने ये भी ऑफर दिया कि वो इसके बदले हर महीने 200 रुपये सरकार को देंगे. बस, दो महीने के लिए ये ‘विशेष सुविधा’ चाहिए, ताकि उनकी भैंस ठंडी हवा में चैन की सांस ले सके.

यह भी पढ़ें: “तब मैंने इस्तीफा दिया था…”, PM-CM की गिरफ्तारी से जुड़े बिल का विरोध करने वाले सांसदों पर भड़के शाह, विपक्ष ने फाड़ी कॉपियां

बड़े किसानों को फ्री बिजली, तो भैंस को क्यों नहीं?

विपिन ने अपनी शिकायत में तर्क भी दिया. उन्होंने कहा, “जब सरकार बड़े-बड़े किसानों को मुफ्त में मोटर चलाने के लिए बिजली दे सकती है, तो मेरी भैंस के लिए थोड़ी-सी बिजली चोरी की इजाजत क्यों नहीं?” इस तर्क ने तो अधिकारियों के दिमाग की बत्ती ही गुल कर दी. अब बेचारे अधिकारी सोच में पड़ गए कि इस अनोखी फरियाद का जवाब क्या दें? शिकायत को नजरअंदाज करें, तो पोर्टल की साख पर बट्टा लगे. और अगर जवाब दें, तो भला कैसे?

IGRS पोर्टल बना मनोरंजन का अड्डा

उत्तर प्रदेश सरकार ने IGRS पोर्टल शुरू किया था, ताकि लोग अपनी समस्याएं जैसे बिजली, पानी, सड़क या पुलिस से जुड़ी शिकायतें आसानी से दर्ज कर सकें. मकसद था कि जनता की परेशानियों का जल्दी समाधान हो. लेकिन अब इस पोर्टल पर कुछ लोग ऐसे-ऐसे कारनामे कर रहे हैं कि असली शिकायतकर्ताओं का काम अटक रहा है. कोई नौकरी मांग रहा है, कोई नेताओं से मिलने की जिद कर रहा है, तो कोई अपने घरेलू झगड़े तक पोर्टल पर ले आया.

ज़रूर पढ़ें