वंदे मातरम् पर राज्यसभा में तीखी बहस, अमित शाह ने कांग्रेस को लपेटा, खड़गे बोले- नेहरू को क्यों करते हैं टारगेट?

Parliament Winter Session Highlights: राज्यसभा में 'वंदे मातरम्' पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़ने ने पलटवार किया है.
Amit Shah and Mallikarjun Kharge debating Vande Mataram in Rajya Sabha during Parliament Winter Session

अमित शाह और मल्लिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो)

Parliament Vande Mataram Discussion: राज्यसभा में ‘वंदे मातरम’ पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि जब वंदे मातरम की स्वर्ण जयंती हुई, तब जवाहरलाल नेहरू ने वंदे मातरम् के 2 टुकड़े करके उसको 2 अंतरों तक सीमित करने का काम किया था. इस पर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पलटवार करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी जवाहरलाल नेहरू का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते और गृह मंत्री अमित शाह भी वही करते हैं.

राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मुद्दों पर चर्चा करने से कोई नहीं डरता है. हम संसद का बहिष्कार नहीं करते हैं. कोई भी मुद्दा हो हम चर्चा करने के लिए तैयार है लेकिन वंदे मातरम् गान की चर्चा को टालने की मानसिकता, यह नई नहीं है. जब वंदे मातरम के 50 साल पूरे हुए थे, तब भारत आजाद नहीं था.

अमित शाह ने क्या कहा?

अमित शाह ने आगे कहा, “जब अंग्रेजों ने वंदे मातरम् पर कई प्रतिबंध लगाए तब बंकिम बाबू ने एक पत्र में लिखा था कि मुझे कोई आपत्ति नहीं है मेरे सभी साहित्य को गंगा जी में बहा दिया जाए, यह मंत्र वंदे मातरम् अनंतकाल तक जीवित रहेगा, यह एक महान गान होगा और लोगों के हृदय को जीत लेगा और भारत के पुनर्निर्माण का यह मंत्र बनेगा. वंदे मातरम् ने एक ऐसे राष्ट्र को जागरूक किया जो अपनी दिव्य शक्ति को भुला चुका था. राष्ट्र की आत्मा को जागरूक करने का काम वंदे मातरम् ने किया इसलिए महर्षि अरविंद ने कहा यह भारत के पुनर्जन्म का मंत्र है.”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने किया पलटवार

अमित शाह के राज्यसभा में ‘वंदे मातरम’ पर बहस के दौरान दिए गए बयानों को लेकर विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने पलटवार किया है. खड़गे ने कहा, “कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्यों, जिनमें नेहरू जी, महात्मा गांधी, मौलाना आजाद, नेताजी सुभाष चंद्र जी, सरदार पटेल जी, गोविंद वल्लभ पंत जी शामिल थे, उन्होंने एक प्रस्ताव पास किया जिसमें सिफारिश की गई थी कि जहां भी राष्ट्रीय समारोहों में वंदे मातरम् गाया जाता है, वहां केवल पहले दो छंद ही गाए जाने चाहिए. क्या नेहरू जी कांग्रेस वर्किंग कमेटी में साथ थे? आप उन सभी बड़े नेताओं का अपमान कर रहे हैं जिन्होंने मिलकर फैसला लिया था. प्रधानमंत्री और गृह मंत्री नेहरूजी को क्यों टारगेट करते हैं?”

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PM नेहरू का अपमान करने की कसर नहीं छोड़ते

खड़गे ने आगे कहा, “कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई के दौरान ‘वंदे मातरम’ को नारा बनाने का काम किया. आपका इतिहास रहा है कि आप हमेशा आजादी की लड़ाई और देशभक्ति के गानों के खिलाफ रहे. प्रधानमंत्री मोदी जवाहरलाल नेहरू का अपमान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते और गृह मंत्री अमित शाह भी वही करते हैं.”

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