‘वंदे मातरम्’ के 150 साल, क्या है राष्ट्रीय गीत का मतलब? जानें

Vande Mataram Kya Hai: आज वंदे मातरम गीत के 150 साल पूरे हो गए हैं, क्यो आपको इस गीत का मतलब पता है?

वंदे मातरम गीत का सही मतलब

Vande Mataram History: 7 नवंबर 2025 को राष्ट्र गीत वंदे मातरम् के 150 साल पूरे हो चुके हैं. इस दौरान देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मरणोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की है, जो पूरे साल चलेगा. आपने भी स्कूल या कॉलेज के दौरान वंदे मातरम् गीत गाया या सुना जरूर होगा. लेकिन क्या आपको इसका अर्थ पता है, अगर नहीं तो यहां जानें वंदे मातरम् गीत का सही अर्थ क्या है और इसका शब्द कहां से लिया गया है?

वंदे मातरम् को साल 1875 में बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय ने लिखा था, जिसे रवीन्द्रनाथ टैगोर ने गाने के रूप में पेश किया. यह गीत 1896 में हुए अधिवेशन के बाद सबके जुबान में रट गया था. क्योंकि इसे पहली बार ही कलकत्ता कांग्रेस अधिवेशन में गाया गया था. यह धुन सुनते ही देशभक्ति का जुनून चढ़ जाता था, जिसकी वजह से अंग्रेजों ने इस पर बैन लगा दिया था.

क्या है इसका सही अर्थ?

वंदे मातरम्, इसमें वंदे संस्कृत शब्द भाषा का शब्द है. जिसका हिंदी में अर्थ होता है नमन करना. वहीं मारतम एक इंडो-यूरोपीय शब्द है, जिसका सही अर्थ ‘मां’ होता है. यानी अगर दोनों को मिला दिया जाए तो वंदे मातरम् का अर्थ होगा. मैं मां को नमन करता हूं. या भारत माता मैं आपकी स्तुति करता हूं. इस गीत को सबसे ज्यादा मातृभूमि के प्रति जुनून बढ़ाने के लिए गाया जाता था. इसे भारत माता का गीत भी कहा जाता है.

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देश 150 साल पूरे होने का मना रहा जश्न

देश आज वंदे मातरम् गीत के 150 साल पूरे होने पर जश्न मना रहा है. पीएम मोदी ने आज डाक टिकट और स्मारक सिक्का भी जारी करते हुए स्मरणोत्सव कार्यक्रम की शुरुआत की है, जो 6 नवंबर 2026 तक चलेगा. पीएम ने वंदे मातरम् का अर्थ ‘संकल्पों की सिद्धि’ बताया है.

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