जल्द सामने आएगा अहमदाबाद विमान हादसे का पूरा सच? जांच टीम ने दाखिल की प्राइमरी रिपोर्ट
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद की तस्वीर
Ahmedabad Plane Crash: पिछले महीने अहमदाबाद में हुए दर्दनाक एयर इंडिया विमान हादसे की शुरुआती रिपोर्ट नागरिक उड्डयन मंत्रालय को सौंप दी गई है. यह वही हादसा है जिसमें 260 लोगों की जान चली गई थी और पूरा देश गमगीन हो गया था. अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या इस रिपोर्ट से 260 जिंदगियां निगलने वाले इस भयानक हादसे का सच सामने आ पाएगा.
क्या हुआ था उस मनहूस दिन?
बात 12 जून 2025 की है. अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एयर इंडिया का एक विमान लंदन के लिए उड़ान भरता है. सब कुछ सामान्य लग रहा था, लेकिन उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एक भयावह दृश्य सामने आता है. विमान मेघाणीनगर इलाके में स्थित एक हॉस्टल परिसर पर क्रैश हो जाता है. इस दर्दनाक हादसे में विमान में सवार 241 यात्रियों की मौके पर ही मौत हो जाती है. इतना ही नहीं, जमीन पर मौजूद कई और लोग भी इसकी चपेट में आ जाते हैं और अपनी जान गंवा देते हैं. कुल मिलाकर 260 लोगों की मौत इस हादसे में होती है. हालांकि, चमत्कारिक रूप से विमान में सवार एक यात्री किसी तरह बच जाता है, जिसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया जाता है. इस घटना ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था.
ब्लैक बॉक्स से मिली उम्मीद की किरण
हादसे के तुरंत बाद केंद्र सरकार ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए थे. विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) इस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रहा है. राहत की बात यह है कि क्रैश साइट से ब्लैक बॉक्स बरामद कर लिया गया था. ब्लैक बॉक्स किसी भी विमान हादसे की जांच में सबसे अहम कड़ी होता है, क्योंकि इसमें उड़ान से जुड़ी सारी तकनीकी जानकारियां और पायलटों के बीच हुई बातचीत का पूरा रिकॉर्ड होता है.
यह भी पढ़ें: अमित शाह का छत्तीसगढ़ दौरा रद्द, मैनपाट में BJP विधायक-सासंदों को नहीं देंगे प्रशिक्षण, जानें कारण
डेटा पर काम जारी
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, 25 जून 2025 को AAIB की लैब में ब्लैक बॉक्स के क्रैश प्रोटेक्शन मॉड्यूल (CPM) से डेटा सफलतापूर्वक डाउनलोड कर लिया गया है. अब जांच एजेंसियों के पास वह अहम जानकारी आ गई है, जिससे हादसे की असल वजह का पता चल सकता है.
ब्लैक बॉक्स से मिले डेटा का विश्लेषण किया जा रहा है. जांचकर्ता अब यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि क्या यह हादसा किसी तकनीकी खामी के कारण हुआ या फिर इसमें मानवीय गलती थी. यह विश्लेषण ही बताएगा कि आखिर उस मनहूस दिन ऐसा क्या हुआ कि 260 लोगों की जिंदगी एक झटके में खत्म हो गई. देश को उम्मीद है कि जल्द ही इस दर्दनाक हादसे के पीछे का सच सामने आएगा और उन परिवारों को कुछ जवाब मिल पाएंगे जिन्होंने अपनों को खोया है.