“31 मार्च 2026 तक देश से खत्म हो जाएगा नक्सवाद…”, सदन में फिर गरजे अमित शाह, पढ़ें 10 बड़ी बातें

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने शुक्रवार को राज्यसभा में जो कुछ कहा, वो पूरी तरह से धमाकेदार था. उन्होंने नक्सलवाद को खत्म करने का ऐलान करते हुए कहा कि 31 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया हो जाएगा. साथ ही, आतंकवाद के खिलाफ मोदी सरकार की “जीरो टॉलरेंस” नीति की भी खुलकर तारीफ की. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर हुई चर्चा के दौरान आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद को देश के लिए ‘नासूर’ बताया. यहां पढ़ें शाह के भाषण की 10 बड़ी बातें…
सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से आतंकवाद पर प्रहार
अमित शाह ने सीधे पाकिस्तान को निशाने पर लिया. उन्होंने बताया कि जब उरी और पुलवामा हमले हुए, तो 10 दिन के अंदर भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया. शाह ने कहा, “मोदी सरकार ने आतंकवाद को लेकर जो जीरो टॉलरेंस नीति अपनाई है, उससे हम किसी को भी आराम से नहीं बैठने देंगे.”
एक देश, एक निशान, एक विधान
शाह ने यह भी याद दिलाया कि 5 अगस्त 2019 को मोदी सरकार ने अनुच्छेद 370 को हटाकर कश्मीर को भारत के साथ पूरी तरह से एकजुट किया. उन्होंने कश्मीर के हालात सुधारने के लिए 80 हजार करोड़ रुपये की 63 परियोजनाओं की शुरुआत की और बताया कि इनमें से 53 परियोजनाएं पूरी हो चुकी हैं.
आतंकवादियों के जनाजे अब नहीं निकलते!
अमित शाह ने कहा कि कभी कश्मीर में आतंकवादियों के जनाजों पर जुलूस निकलते थे, लेकिन अब ऐसा नहीं होता. हमारे समय में आतंकवादियों को मारा जाता है, लेकिन उनके जनाजे नहीं निकाले जाते, उन्हें सीधे दफना दिया जाता है.
2026 तक नक्सलवाद का पूरी तरह सफाया
अमित शाह ने बड़े आत्मविश्वास के साथ यह भी कहा कि मोदी सरकार 31 मार्च 2026 तक नक्सलवाद को खत्म करने का पूरा प्लान बना चुकी है. उन्होंने कहा कि अब देश में नक्सलियों के लिए कोई जगह नहीं रहेगी और उनका सफाया करने के लिए हर कदम उठाया जा रहा है.
कश्मीर में अब शांति, जी-20 डिप्लोमेट्स ने भी किया दौरा
अमित शाह ने कश्मीर में हुए बदलावों का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस के समय में कश्मीर में आतंकवाद के कारण कभी शांति नहीं रही, लेकिन अब जी-20 के डिप्लोमेट्स भी शांति से कश्मीर आ रहे हैं.”उन्होंने यह भी कहा कि पहले आतंकवादियों के नाम पर जुलूस होते थे, अब उनका सफाया हो चुका है.
अमित शाह का यह बयान सरकार की सख्त सुरक्षा नीति को साफ तौर पर दिखाता है. आतंकवाद, नक्सलवाद और उग्रवाद के खिलाफ मोदी सरकार ने एक बिल्कुल अलग दिशा में काम करना शुरू किया है. अमित शाह का कहना था कि अब आतंकवादियों और नक्सलियों के लिए कोई जगह नहीं है—चाहे वो देश के अंदर हों या बाहर.