बदलापुर में बवाल, अक्षय शिंदे की मौत पर उठे सवाल, पुलिस ने क्या छुपाया?

इस मामले पर राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने पुलिस के दावे को निराधार बताते हुए कहा कि एक हथकड़ी में कैद व्यक्ति पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर कैसे छीन सकता है?
Badlapur Encounter

अक्षय शिंदे ( फोटो- सोशल मीडिया)

Badlapur Encounter: महाराष्ट्र के बदलापुर शहर में एक विवादास्पद घटना ने एक बार फिर से कानून और व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. 24 वर्षीय अक्षय शिंदे की हाल ही में हुई मौत को लेकर उसके परिवार ने पुलिस की कहानी पर गंभीर सवाल उठाए हैं. पुलिस का कहना है कि शिंदे ने एक पुलिसकर्मी पर गोली चलाई, जिसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की. लेकिन शिंदे के परिवार का कहना है कि यह पूरी तरह से गलत है और उनके बेटे की हत्या की गई है.

पुलिस का दावा

पुलिस के अनुसार, अक्षय शिंदे पर दो बच्चियों के यौन शोषण का आरोप था, जिसके बाद उसे गिरफ्तार किया गया था. पुलिस का कहना है कि जब उसे एक वाहन में ले जाया जा रहा था, तभी उसने एक पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर छीनकर गोली चला दी. इसके जवाब में पुलिस ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की. इस कार्रवाई के दौरान गोली लगने से शिंदे की मौत हो गई थी. लेकिन इस कहानी में कई कड़ियां ऐसी हैं, जो संदेह पैदा करती हैं.

परिवार का विरोध और सवाल

शिंदे के परिवार ने पुलिस के इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. उसकी मां और चाचा ने कहा कि यह कहना गलत है कि अक्षय ने पहले गोली चलाई. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने शिंदे पर यौन शोषण के मामले में जुर्म कबूल करने के लिए दबाव बनाया. परिवार का कहना है कि पुलिस ने हमारे बच्चे की हत्या कर दी. शिंदे के पिता अन्ना ने भी जांच की मांग की और कहा कि अक्षय की हत्या की सही वजह का पता लगाया जाना चाहिए.

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फडणवीस ने दिए जांच के आदेश

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि मामले की निष्पक्षता को बनाए रखा जाए, ताकि सत्यता का पता लगाया जा सके. पोस्टमार्टम के लिए शिंदे का शव जेजे हॉस्पिटल भेजा गया है, जिससे उसकी मौत के कारणों का स्पष्ट रूप से पता चल सकेगा.

स्थानीय नेताओं की प्रतिक्रिया

इस मामले पर राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई है. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक जितेंद्र आव्हाड ने पुलिस के दावे को निराधार बताते हुए कहा कि एक हथकड़ी में कैद व्यक्ति पुलिसकर्मी की रिवॉल्वर कैसे छीन सकता है? उन्होंने कहा, “यह एक स्पष्ट साजिश का मामला है, जिसे चुनावों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.”

अक्षय के परिवार ने इस घटना को लेकर गंभीर चिंता जताई है. अक्षय की मां ने कहा, “मेरा बेटा हमेशा कहता था कि उसे रिहाई का इंतजार है. वह डरपोक था और किसी पर हमला करने की सोच भी नहीं सकता था. बदलापुर यौन शोषण मामले में अक्षय शिंदे की मौत ने पुलिस की कार्रवाई को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया है. अब देखने वाली बात यह होगी कि उच्च स्तरीय जांच क्या निष्कर्ष निकालती है.

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