मोदी सरकार का बड़ा फैसला, PM ई-ड्राइव योजना के तहत खर्च होंगे 10,900 करोड़ रुपये, इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ेगी चमक

भारत में इलेक्ट्रिक कारों की मांग तेजी से बढ़ रही है. हाल की रिपोर्टों के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 1.02 लाख यूनिट्स तक पहुंच सकती है.
प्रतीकात्मक तस्वीर

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New EV Subsidy Scheme: केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रिक वाहनों की दुनिया में एक नई क्रांति लाने के लिए प्रधानमंत्री ई-ड्राइव योजना (PM E-DRIVE) को हरी झंडी दे दी है. इस योजना के तहत सरकार ने 10,900 करोड़ रुपये का भारी-भरकम बजट आवंटित किया है. यह योजना फेम (FAME) कार्यक्रम की जगह लेगी, जो मार्च तक प्रभावी रहा था. पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में इस योजना को मंजूरी दी गई. सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस महत्वपूर्ण निर्णय की जानकारी दी है.

क्या है PM ई-ड्राइव योजना?

इस नई योजना के तहत 3,679 करोड़ रुपये की सब्सिडी और प्रोत्साहन राशि दी जाएगी. यह राशि इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, थ्री-व्हीलर्स, ई-एंबुलेंस और ई-ट्रक्स जैसे वाहनों को प्रोत्साहित करने के लिए होगी.

PM E-DRIVE योजना के तहत 24.79 लाख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स, 3.16 लाख इलेक्ट्रिक थ्री-व्हीलर्स और 14,028 इलेक्ट्रिक बसों को समर्थन मिलेगा.

88,500 चार्जिंग स्टेशनों की स्थापना के लिए भी इस योजना के तहत फंड मिलेगा, जिससे चार्जिंग की सुविधा में बढ़ोतरी होगी.

राज्य परिवहन विभागों और सार्वजनिक परिवहन एजेंसियों द्वारा 14,028 इलेक्ट्रिक बसों की खरीद के लिए 4,391 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है.

मरीजों के परिवहन के लिए एक नई पहल के तहत 500 करोड़ रुपये की राशि ई-एंबुलेंस के लिए निर्धारित की गई है.

इलेक्ट्रिक ट्रक्स को प्रोत्साहित करने के लिए 500 करोड़ रुपये का बजट भी रखा गया है.

फेम योजना पर लगा विराम

फेम (FAME) योजना जो अप्रैल 2015 में शुरू हुई थी, अब PM E-DRIVE योजना द्वारा बदल दी जाएगी. यह नई योजना इलेक्ट्रिक वाहनों की तेजी से वृद्धि और निर्माण को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई है. अब, भारत की सड़कों पर इलेक्ट्रिक वाहनों का भविष्य और भी उज्जवल होगा!

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भारत में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में बड़ी बढ़ोतरी

भारत में इलेक्ट्रिक कारों की मांग तेजी से बढ़ रही है. हाल की रिपोर्टों के अनुसार, इस वित्तीय वर्ष में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री 1.02 लाख यूनिट्स तक पहुंच सकती है. पिछले साल कुल 60,910 इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री हुई थी, लेकिन इस बार आंकड़ा काफी ज्यादा हो सकता है.पिछले साल की तुलना में इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में काफी इजाफा हुआ है. पिछले साल 60,910 कारें बिकी थीं, और इस साल 1.02 लाख यूनिट्स बिकने की संभावना है. इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की बिक्री भी बढ़ी है. इस साल 7.6 लाख यूनिट्स बिकने की उम्मीद है, जो पिछले साल से 26 प्रतिशत ज्यादा है.

इलेक्ट्रिक कारों की बिक्री में तेजी का कारण सरकार की प्रोत्साहन योजनाएं, पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता और अधिक इलेक्ट्रिक वाहनों के विकल्प हैं. इससे साफ-सुथरे और पर्यावरण-friendly वाहनों की दिशा में बड़ा कदम उठाया जा रहा है.

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