पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में BJP नेता सुवेंदु अधिकारी ने रखी राम मंदिर की नींव, भगवामय हुआ माहौल!

पिछले साल 2024 में रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हिंसा हुई थी. खास तौर पर 17 अप्रैल 2024 को मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर में रामनवमी शोभायात्रा पर हमला हुआ था, जिसमें बम फेंके गए और पत्थरबाजी की गई. इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे.
Suvendu Adhikari

बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी राम मंदिर की नींव रखते हुए

Ram Navami 2025: पश्चिम बंगाल के पूर्वी मेदिनीपुर जिले में बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी ने रामनवमी के खास मौके पर राम मंदिर की आधारशिला रखी. यह भव्य मंदिर नंदीग्राम में बनेगा, जहां से सुवेंदु अधिकारी भाजपा के विधायक हैं. सोनाचुरा गांव में रखी गई इस आधारशिला के साथ ही इलाके का माहौल पूरी तरह से भगवामय हो गया है.

सोनाचुरा वही जगह है, जहां 2007 में भूमि अधिग्रहण के खिलाफ हुए आंदोलन के दौरान 7 लोगों की जान गई थी. लेकिन अब इस स्थान पर राम मंदिर का निर्माण होगा, जो स्थानीय लोगों के लिए एक नई आशा का प्रतीक बन गया है.

रैली में शामिल हुए बीजेपी नेता सुवेंदु अधिकारी

रामनवमी के जश्न के बीच सुवेंदु अधिकारी ने शहीद मीनार से प्रस्तावित मंदिर स्थल तक एक विशाल रैली का नेतृत्व किया. इस दौरान उनके समर्थकों ने ‘जय श्री राम’ के जोरदार नारे लगाए. वहीं, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सुकांता मजूमदार ने हावड़ा में रामनवमी जुलूस में हिस्सा लिया और सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था के बीच भगवान राम की महिमा का गुणगान किया.

मजूमदार ने रामनवमी के मौके पर कहा, “श्री राम सभी के हैं, चाहे वो सीपीएम हो या टीएमसी, सभी को इस जुलूस में भाग लेना चाहिए.” उन्होंने जोर देकर कहा कि भगवान राम का उत्सव राजनीति से परे है और यह हर भारतीय के दिल में बसे हुए हैं.

CM ममता करेंगी जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन

इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी अप्रैल में पूर्वी मेदिनीपुर जिले के दीघा में जगन्नाथ मंदिर का उद्घाटन करने वाली हैं. रामनवमी की इस महक में बंगाल के लोग एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहे हैं.

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पिछले साल बंगाल में हुआ था बवाल

पिछले साल 2024 में रामनवमी के दौरान पश्चिम बंगाल में कई जगहों पर हिंसा हुई थी. खास तौर पर 17 अप्रैल 2024 को मुर्शिदाबाद जिले के शक्तिपुर में रामनवमी शोभायात्रा पर हमला हुआ था, जिसमें बम फेंके गए और पत्थरबाजी की गई. इस घटना में 20 से अधिक लोग घायल हुए थे, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे. इसके अलावा, हावड़ा और अन्य जिलों में भी रामनवमी के जुलूसों के दौरान सांप्रदायिक तनाव और झड़पों की खबरें आई थीं.

2023 में भी हावड़ा के शिवपुर और हुगली जैसे इलाकों में रामनवमी जुलूसों पर पथराव और आगजनी की घटनाएं हुई थीं, जिनमें कई लोग घायल हुए थे और वाहनों को नुकसान पहुंचा था. हालांकि, इस बार पहले से ही राज्य सरकार और पुलिस ने संवेदनशील इलाकों में कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए हैं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो.

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