Assembly Election: जम्मू-कश्मीर में 3 चरणों में होगी वोटिंग, हरियाणा में एक ही फेज में चुनाव, यहां देखें पूरा कार्यक्रम
Assembly Election 2024: भारतीय चुनाव आयोग (ECI) विधानसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर दी है. जम्मू कश्मीर में कुल 3 चरणों में चुनाव कराए जाएंगे. पहले चरण का चुनाव 18 सितंबर को, दूसरे चरण का चुनाव 25 सितंबर को जबकि तीसरे चरण का चुनाव एक अक्टूबर को होगा. वहीं हरियाणा में एक ही चरण में 1 अक्टूबर को चुनाव कराए जाएंगे. वहीं नतीजे दोनों राज्यों के एक साथ 4 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे. इस तरह देखा जाए तो इस बार चुनाव आयोग 2 हफ्तों से थोड़ा ज्यादा समय में ही दोनों राज्यों में चुनाव संपन्न करा देगा.
जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे, 18 सितंबर, 25 सितंबर और 1 अक्टूबर को मतदान होगा।
4 अक्टूबर को मतगणना होगी। pic.twitter.com/FUsmUZzNDh
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 16, 2024
जनता ने बुलेट के ऊपर बैलेट को चुना: सीईसी राजीव कुमार
सीईसी ने कहा कि लोकसभा चुनाव में जम्मू-कश्मीर में वोटिंग की लंबी कतारें दिखीं और इससे ये बात साफ हो गई है कि वहां की जनता ने बुलेट के ऊपर बैलेट को चुना है. राजीव कुमार ने कहा कि लोकसभा चुनाव में कश्मीर घाटी की आवाम ने दिखा दिया कि वो तस्वीर बदलना चाहती है. वो चुनाव में हिस्सा लेना चाहती है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि ये लोकसभा चुनाव के बाद दूसरा पड़ाव है. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव बहुत ही शांति से हुए, जिसकी पूरी दुनिया में चर्चा हुई.
हरियाणा में 1 अक्टूबर को मतदान होगा और 4 अक्टूबर को मतगणना होगी। pic.twitter.com/GFCD0kKFjX
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मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, “हरियाणा में कुल 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं जिसमें से 73 जनरल, ST-0 और SC- 17 हैं. कुल मतदाताओं की संख्या 2.01 करोड़ हैं, जिसमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1.06 करोड़, महिला मतदाताओं की संख्या 0.95 करोड़ है.” चुनाव आयोग के मुताबिक, जम्मू-कश्मीर में भी 90 निर्वाचन क्षेत्र हैं. यहां 87.09 लाख मतदाता हैं. 44.46 लाख पुरुष और 42.63 लाख महिला मतदाता होंगी. यहां पहली बार मतदान करने वालों की संख्या 3.71 लाख होगी. साथ ही कुल 20 लाख से ज्यादा युवा मतदाता होंगे.
जम्मू कश्मीर में पिछली बार किसको कितनी सीटें मिलीं
जम्मू-कश्मीर में 2014 विधानसभा चुनाव के दौरान 87 सीटों पर वोटिंग हुई थी. इसमें से 28 सीटों पर पीडीपी को जीत मिली थी, जबकि बीजेपी के खाते में 25 सीटें गईं. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 15 सीटें जीती थीं, कांग्रेस को 12 सीटों पर जीत मिली थी, जबकि अन्य दलों को 7 सीटों पर फतह हासिल हुई थी.