जम्मू कश्मीर से आतंकियों का खात्मा करने का केंद्र का बड़ा प्लान, अमित शाह की हाई लेवल मीटिंग जारी

सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि बैठक के दौरान शाह आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश दिए हैं.
अमित शाह

अमित शाह

Jammu and Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकी हमलों के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. सूत्रों ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि बैठक के दौरान शाह आतंकवाद विरोधी अभियानों को तेज करने के लिए व्यापक दिशा-निर्देश दिए हैं.

राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य शीर्ष सुरक्षा अधिकारी उच्च स्तरीय बैठक के दौरान मौजूद थे.

जम्मू कश्मीर में हुआ था आतंकी हमला

पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, शाह को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति, अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर बलों की तैनाती, घुसपैठ के प्रयासों, चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियानों की स्थिति और केंद्र शासित प्रदेश में सक्रिय आतंकवादियों की ताकत के बारे में जानकारी दी जा सकती है. पिछले सप्ताह आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार स्थानों पर हमला किया, जिसमें 9 तीर्थयात्री और एक सीआरपीएफ जवान मारे गए और सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गए थे.

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29 जून से शुरू होने वाली है अमरनाथ यात्रा

कठुआ जिले में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए. आतंकी के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया. यह घटनाएं दक्षिण कश्मीरमें अमरनाथ गुफा मंदिर की वार्षिक तीर्थयात्रा से पहले हुई हैं. अमरनाथ यात्रा 29 जून से शुरू होने वाली है और 19 अगस्त तक जारी रहेगी.

जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ तीर्थयात्री दो मार्गों बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं. सूत्रों ने बताया कि पिछले साल 4.28 लाख से ज़्यादा लोगों ने गुफा मंदिर में दर्शन किए थे और इस बार यह संख्या पांच लाख तक जा सकती है. सभी तीर्थयात्रियों को आरएफआईडी कार्ड दिए जाने की उम्मीद है ताकि उनके वास्तविक स्थान का पता लगाया जा सके और सभी को 5 लाख रुपये का बीमा कवर दिया जाएगा. तीर्थयात्रियों को ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए 50,000 रुपये का बीमा कवर भी होगा.

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