AAP का दबदबा, BJP की चुनौती और कांग्रेस के लिए अस्तित्व की लड़ाई…चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले समझिए समीकरण

आम आदमी पार्टी (AAP) 2015 और 2020 के चुनावों में शानदार जीत के साथ दिल्ली की सत्ता में काबिज रही है, और इस बार भी पार्टी ने अपने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी की है.
अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल

Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए चुनाव आयोग आज तारीखों का ऐलान करने वाला है. दिल्ली में पहले 2 चुनावों की तरह इस बार भी एक ही चरण में वोटिंग हो सकती है. इस बार आम आदमी पार्टी (AAP), भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस के बीच कड़ा मुकाबला होने की संभावना जताई जा रही है.

AAP के सामने सत्ता बचाने की चुनौती

आम आदमी पार्टी (AAP) 2015 और 2020 के चुनावों में शानदार जीत के साथ दिल्ली की सत्ता में काबिज रही है, और इस बार भी पार्टी ने अपने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी की है. AAP ने दिल्ली के शिक्षा, स्वास्थ्य, मुफ्त बिजली और पानी जैसे मुद्दों पर जोर दिया है, और पार्टी के लिए यह चुनाव अपनी सत्ता को बचाने की चुनौती बन सकता है.

BJP की वापसी की कोशिश

बीजेपी 2020 में केवल 8 सीटों तक सीमित रही थी, लेकिन इस बार पार्टी दिल्ली में अपनी खोई हुई ज़मीन वापस पाने के लिए जोर-शोर से प्रचार कर रही है. BJP के लिए यह चुनाव दिल्ली में वापसी का मौका हो सकता है, और पार्टी राष्ट्रवाद, सुरक्षा, और कानून व्यवस्था जैसे मुद्दों को चुनावी रणभूमि में प्रमुख बनाएगी.

कांग्रेस के लिए अस्तित्व की लड़ाई

कांग्रेस के लिए दिल्ली में सत्ता में वापसी की संभावना कम है, लेकिन पार्टी ने इस चुनाव में बेरोजगारी, महंगाई और सामाजिक कल्याण जैसे मुद्दों को प्रमुखता देने का फैसला किया है. हालांकि, कांग्रेस के पास दिल्ली में सीएम चेहरा का अभाव है, जो पार्टी के लिए एक बड़ा संकट बन सकता है.

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2020 में AAP ने 62 सीटों पर मारी बाजी

दिल्ली में 70 विधानसभा सीटें हैं, जिसमें AAP ने 62 सीटों पर जीत हासिल की थी. इससे पहले 2015 में आप ने 67 सीटें जीती थीं. BJP को इस बार केवल 8 सीटें मिलीं, जबकि कांग्रेस एक भी सीट नहीं जीत पाई, जैसा कि 2015 में हुआ था.

AAP को इस चुनाव में 53.4% वोट मिले. वहीं, BJP को 38.51% वोट मिले, जो पिछली बार के मुकाबले ज्यादा था, लेकिन फिर भी वह AAP से काफी पीछे रह गई. कांग्रेस को मात्र 4.26% वोट मिले, जो पार्टी के लिए एक और बड़ा झटका था.

दिल्ली लोकसभा चुनाव 2024 में AAP का प्रदर्शन फीका

2020 के विधानसभा चुनाव के बाद, दिल्ली लोकसभा चुनाव 2024 में AAP का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा. AAP को दिल्ली में 0 सीटें मिलीं, जबकि BJP ने 7 सीटें जीतीं. इस चुनाव में BJP का वोट शेयर 54.35% रहा, जबकि कांग्रेस को भी कोई खास सफलता नहीं मिली और उनका वोट शेयर 18.91% था.

महिलाओं और मुफ्त योजनाओं का मुद्दा छाया

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में महिलाओं की सुरक्षा और मुफ्त बिजली-पानी जैसी योजनाओं पर चर्चा हुई थी. AAP ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को प्रमुख मुद्दा बनाया, जिसमें मुफ्त बिजली और पानी जैसी योजनाएं शामिल थीं. वहीं, BJP ने AAP पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए और इसे जनता के पैसे का गलत उपयोग बताया.

दिल्ली की राजनीति के मुख्य मुद्दे

इस बार दिल्ली चुनाव में महिलाओं की सुरक्षा, मुफ्त योजनाएं (बिजली, पानी), भ्रष्टाचार, और शीशमहल विवाद जैसे मुद्दे प्रमुख होंगे. इसके साथ ही, आत्मनिर्भर दिल्ली और शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे क्षेत्र भी चुनावी बहस में शामिल हो सकते हैं.

नई दिल्ली और कालकाजी की सीटों पर कड़ा मुकाबला

नई दिल्ली और कालकाजी जैसी प्रमुख सीटों पर कड़ा मुकाबला देखा गया. नई दिल्ली से AAP के अरविंद केजरीवाल, BJP के प्रवेश वर्मा और Congress की संदीप दीक्षित मैदान में थे. इसी तरह कालकाजी में भी AAP की आतिशी सिंह, BJP के रमेश बिधूड़ी और Congress की अलका लांबा के बीच तगड़ा मुकाबला था.

दिल्ली की जनसंख्या और वोटिंग ट्रेंड

दिल्ली में कुल 1.55 करोड़ मतदाता थे, जिनमें से 2.08 लाख नए वोटर थे. महिलाओं की संख्या में भी इज़ाफा हुआ और इस बार महिलाओं ने भी अधिक संख्या में वोट डाले. दिल्ली के राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो चुका है, और AAP ने साबित कर दिया है कि विकास और प्रशासन के मुद्दे पर वह सबसे मजबूत विकल्प है.

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