यमुना की सफाई से लेकर रोजगार तक…क्या हर चुनौती को मात दे पाएंगी दिल्ली की नई नवेली CM रेखा गुप्ता?

रेखा गुप्ता के सामने दूसरा बड़ा वादा आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का होगा. 2018 में शुरू हुई इस योजना को दिल्ली में लागू नहीं किया गया था, लेकिन अब रेखा गुप्ता की सरकार इस योजना को लागू करने का वादा करेगी.
रेखा गुप्ता

रेखा गुप्ता

दिल्ली विधानसभा चुनाव में BJP की 27 साल बाद वापसी के साथ एक नई उम्मीद और नया नेतृत्व सामने आया है. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (Rekha Gupta) को बनाया गया है. और आज रामलीला मैदान में वो शपथ लेंगी. इस भव्य समारोह में पीएम मोदी, कैबिनेट सहयोगी, और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री सहित करीब 50,000 लोग शामिल होंगे. लेकिन, मुख्यमंत्री बनने के साथ रेखा गुप्ता के सामने चुनौतियों का एक लंबा सिलसिला है, जिनका समाधान उन्हें अपने पहले 100 दिनों में करना है.

यमुना की सफाई

BJP के लिए यमुना सफाई एक अहम चुनावी मुद्दा था. आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार को इस मामले में घेरा गया था, खासकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी इस पर जोर दिया था. एनजीटी द्वारा बनाई गई यमुना सफाई समिति के आदेश को लेकर AAP ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी, लेकिन अब यह जिम्मेदारी बीजेपी की सरकार के कंधे पर है. क्या रेखा गुप्ता यमुना नदी को साफ करने का वादा पूरा कर पाएंगी? 2027 तक सफाई की योजना बनाई गई है, और यह उनकी पहली बड़ी परीक्षा होगी.

आयुष्मान भारत योजना को लागू करना

रेखा गुप्ता के सामने दूसरा बड़ा वादा आयुष्मान भारत योजना को लागू करने का होगा. 2018 में शुरू हुई इस योजना को दिल्ली में लागू नहीं किया गया था, लेकिन अब रेखा गुप्ता की सरकार इस योजना को लागू करने का वादा करेगी. इस योजना के तहत दिल्ली के नागरिकों को 10 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज मिलेगा, और यह उनके लिए एक अहम कदम साबित हो सकता है.

ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को सुधारना

दिल्ली में परिवहन व्यवस्था का सुधार पिछले कुछ वर्षों से लंबित है. बीजेपी का आरोप था कि AAP सरकार ने पिछले 10 सालों में डीटीसी के बेड़े में कोई नई बस नहीं खरीदी. अब रेखा गुप्ता की सरकार का लक्ष्य है, 13,000 नई डीटीसी बसों को सड़कों पर लाना. इसके साथ ही, दिल्ली की ट्रांसपोर्ट व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए जाएंगे.

रोजगार: युवा वर्ग की उम्मीदें

दिल्ली में बेरोजगारी एक गंभीर मुद्दा है. AAP सरकार ने युवाओं को रोजगार देने के वादे किए थे, लेकिन वास्तविकता में उन वादों को पूरा नहीं किया जा सका. रेखा गुप्ता की सरकार के सामने यह बड़ी चुनौती होगी कि वे रोजगार के अवसर पैदा करने के लिए ठोस कदम उठाएं और अपनी 100 दिन की योजना में इसे प्राथमिकता दें.

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जर्जर सड़कें, बढ़ता प्रदूषण

दिल्ली की टूटी-फूटी सड़कों की समस्या पिछले कई सालों से कायम है. ट्रैफिक जाम और प्रदूषण के कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. रेखा गुप्ता की सरकार को इस मुद्दे पर ध्यान देने की जरूरत होगी, ताकि सड़कों का निर्माण और उनका विस्तार जल्द से जल्द हो सके. BJP ने वादा किया था कि सरकार बनते ही दिल्ली की सड़कों को दुरुस्त किया जाएगा, और इसके साथ ही फ्लाईओवर भी बनाए जाएंगे.

झुग्गीवासियों को मिलेगा नया घर

बीजेपी ने चुनावों से पहले यह वादा किया था कि दिल्ली में रहने वाले झुग्गीवासियों को नए घर दिए जाएंगे, खासकर नरेला और बवाना में बनाए गए फ्लैट्स में. पिछले 10 सालों में AAP सरकार ने इन फ्लैट्स को गरीबों को नहीं दिया, और अब रेखा गुप्ता के लिए यह बड़ा सवाल होगा कि वे इस वादे को कैसे पूरा करें.

रेखा गुप्ता की नियुक्ति दिल्ली के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई शुरुआत है, लेकिन उनके सामने चुनौतियां भी उतनी ही बड़ी हैं. यमुना की सफाई से लेकर रोजगार तक, हर क्षेत्र में बड़ी जिम्मेदारियां हैं. देखना यह है कि क्या वे इन सभी मुद्दों का समाधान करके अपनी सरकार को जनता की उम्मीदों पर खरा उतार पाएंगी.

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