“भड़काऊ पोस्ट करने वाले भी आरोपी, दंगाइयों से होगी नुकसान की भरपाई…”, नागपुर हिंसा को लेकर CM फडणवीस ने क्या-क्या कहा?

फडणवीस ने यह भी कहा कि हिंसा में किसी भी विदेशी या बांग्लादेशी एंगल की बात अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच जारी है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर यात्रा पर भी असर न होने की बात मुख्यमंत्री ने की, और यह भी स्पष्ट किया कि यह हिंसा किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा नहीं थी.
Devendra Fadnavis

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस

Nagpur Violence: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा, “सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों को भी आरोपी माना जाएगा. अब तक कई ऐसे पोस्ट हटाए जा चुके हैं, जिनकी वजह से हालात बिगड़े.” फडणवीस ने साफ किया कि दंगाइयों से हुए नुकसान की भरपाई की जाएगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

नागपुर हिंसा में खासतौर पर पुलिस पर हमले के बाद मुख्यमंत्री ने कड़ी कार्रवाई का ऐलान किया. उन्होंने कहा, “पुलिस कर्मियों पर हमले किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे.” साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि महिला पुलिस कांस्टेबलों पर पत्थर फेंकने की घटना बहुत गंभीर है और उन उपद्रवियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.

बांग्लादेशी एंगल की बात अभी जल्दबाजी होगी: फडणवीस

फडणवीस ने यह भी कहा कि हिंसा में किसी भी विदेशी या बांग्लादेशी एंगल की बात अभी जल्दबाजी होगी, क्योंकि जांच जारी है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नागपुर यात्रा पर भी असर न होने की बात मुख्यमंत्री ने की, और यह भी स्पष्ट किया कि यह हिंसा किसी राजनीतिक साजिश का हिस्सा नहीं थी. फडणवीस ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए किसी भी तरह की भड़काऊ गतिविधियों को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

यह भी पढ़ें: कुरुक्षेत्र महायज्ञ में बासी भोजन को लेकर बवाल, गोलीबारी में तीन घायल, स्थिति तनावपूर्ण

नागपुर हिंसा से जुड़ी 10 बड़ी बातें

  • नागपुर में हुई हिंसा के बाद अब तक 57 धाराओं में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से लेकर पुलिस पर हमले तक की गंभीर बातें शामिल हैं. आइए, जानते हैं एफआईआर में दर्ज 10 सबसे बड़ी बातें, जो इस दंगे की गंभीरता को बयां करती हैं.
  • पुलिस ने 57 धाराओं में मामला दर्ज किया है, जिनमें सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, आर्म्स एक्ट, एक्प्लोसिव एक्ट और दंगा भड़काने जैसी गंभीर धाराएं शामिल हैं. यह दर्शाता है कि मामला कितना संवेदनशील और गंभीर है.
  • एफआईआर में 51 संदिग्धों के नाम हैं, जो कि मुस्लिम समुदाय से जुड़े बताए गए हैं. इन लोगों के खिलाफ जांच की जा रही है.
  • 17 मार्च को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए विरोध प्रदर्शन किया. इसके बाद माइनॉरिटी डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं के नेतृत्व में मुस्लिम समूह ने पुलिस स्टेशन पर ज्ञापन सौंपने की कोशिश की.
  • पुलिस का आरोप है कि प्रदर्शन के दौरान हिंदू-मुस्लिम संघर्ष को भड़काने की साजिश रची गई, जिसके बाद तनाव बढ़ा और दंगा हुआ.
  • जब पुलिस ने भीड़ से शांति बनाए रखने की अपील की, तो भीड़ ने उनकी सलाह को अनसुना कर भड़काऊ नारे लगाए और एक-दूसरे को दंगा करने के लिए उकसाया.
  • दंगाइयों ने कुल्हाड़ियों, पत्थरों, लाठी और रॉड लेकर पुलिस और लोगों के बीच डर फैलाने की कोशिश की. उन्होंने हवा में हथियार लहराए और माहौल को और तनावपूर्ण बना दिया.
  • भालदारपुरा इलाके में दंगाइयों ने पुलिस पर पत्थरों से जानलेवा हमला किया.
  • अंधेरे का फायदा उठाकर दंगाइयों ने महिला पुलिसकर्मियों से अभद्रता की, जो एक बहुत ही निंदनीय और शर्मनाक घटना थी.
  • गीतांजलि चौक पर भीड़ ने पुलिस वाहनों पर पेट्रोल बम से हमला किया और दो पुलिस वाहनों में आग लगा दी. इसके अलावा, गंजीपुरा में खड़ी दो क्रेनों को भी पेट्रोल बम से आग लगा दी गई.
  • दंगाइयों ने ड्यूटी पर मौजूद पुलिस अधिकारियों पर पत्थरों और घातक हथियारों से हमला किया, जिससे कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. यह घटना पुलिस के लिए एक बड़ा खतरा साबित हुई.

देवेंद्र फडणवीस ने दिया कड़ी कार्रवाई का आश्वासन

नागपुर में हुई हिंसा न केवल गंभीर थी, बल्कि इसमें पुलिस और आम नागरिकों की सुरक्षा भी खतरे में थी. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है, और इस मामले में दोषियों को जल्द ही सजा देने की बात कही है. फडणवीस ने यह भी कहा कि नुकसान की भरपाई दंगाइयों से ही किया जाएगा.

ज़रूर पढ़ें