“10-20 दिन मत आइये अयोध्या…”, राम जन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख चंपत राय को क्यों करनी पड़ी ये अपील?

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन करने के लिए देशभर से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. राम नगरी भारी भीड़ से गुलजार है. खासकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं और […]
चंपत राय

चंपत राय

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के दर्शन करने के लिए देशभर से श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ है. राम नगरी भारी भीड़ से गुलजार है. खासकर उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के लिए पहुंच रहे हैं और इसके बाद वे अयोध्या का रुख कर रहे हैं.

इस बीच, राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के प्रमुख चंपत राय ने एक विशेष अपील की है, जिसे लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं. उन्होंने भक्तों से निवेदन किया है कि वे अगले 10 से 20 दिनों तक अयोध्या यात्रा को स्थगित कर दें, ताकि दूर-दराज से आने वाले श्रद्धालु रामलला के दर्शन आराम से कर सकें और व्यवस्था पर अतिरिक्त दबाव न पड़े.

अयोध्या में उमड़ा जनसैलाब

चंपत राय ने बताया कि इन दिनों अयोध्या में भक्तों की संख्या बहुत अधिक हो गई है. उन्होंने कहा कि अगर आस-पास के क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालु 15-20 दिनों तक दर्शन के लिए अयोध्या नहीं आएं, तो इससे दूर-दराज से आने वाले भक्तों को एक बेहतर अनुभव मिलेगा और वे आसानी से दर्शन कर सकेंगे. चंपत राय ने यह भी बताया कि वसंत पंचमी के बाद फरवरी महीने में मौसम में बदलाव आएगा, जिससे यात्रा करने में आसानी होगी और मौसम भी ज्यादा सुकूनदायक रहेगा. इस समय भक्तों को यात्रा के लिए उपयुक्त वातावरण मिलेगा, इसलिए वे इस समय का चुनाव करें.

महाकुंभ और अयोध्या में बढ़ती भीड़

महाकुंभ के दौरान, विशेष रूप से 29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन, अनुमान है कि लगभग 10 करोड़ श्रद्धालु त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान करेंगे. यह वह समय है जब लाखों श्रद्धालु प्रयागराज पहुंचते हैं और अयोध्या के लिए भी बड़ी संख्या में भक्त यात्रा करते हैं. यह भीड़ इतनी ज्यादा है कि ट्रेन और सड़क मार्ग दोनों पर भक्तों का भारी दबाव बढ़ गया है. यही कारण है कि अयोध्या में दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.

चंपत राय ने कहा कि अयोध्या के आकार और जनसंख्या को देखते हुए इतनी अधिक संख्या में श्रद्धालुओं को एक दिन में रामलला के दर्शन कराना बहुत कठिन हो गया है. इसके चलते भक्तों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, जैसे कि लंबी कतारें, अधिक पैदल चलने की मजबूरी और दर्शन में काफी समय का लगना. इस बढ़ती हुई भीड़ के कारण सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखना भी चुनौतीपूर्ण हो गया है.

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सुरक्षा व्यवस्था में बदलाव की आवश्यकता

चंपत राय ने यह भी कहा कि इतनी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को एक ही दिन में दर्शन कराना किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना को जन्म दे सकता है, इसलिए उन्हें विश्वास है कि प्रशासन और राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा कुछ व्यवस्था में बदलाव किए जाएंगे, ताकि किसी भी प्रकार की अनहोनी को रोका जा सके.

अब देखना यह होगा कि श्रद्धालु चंपत राय की इस अपील को कितनी गंभीरता से लेते हैं. क्या वाकई लोग इस पर अमल करेंगे और अयोध्या आने की अपनी योजनाओं को कुछ दिनों के लिए स्थगित करेंगे? साथ ही, यह भी देखने योग्य होगा कि प्रशासन और राम जन्मभूमि ट्रस्ट द्वारा इस भीड़ को संभालने के लिए आगे कौन सी व्यवस्थाएं की जाती हैं.

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