तहव्वुर राणा के बाद अब Gurpatwant Singh Pannun पर कसेगा शिकंजा! भारत के खिलाफ जहर उगलने वाले खालिस्तानियों की खैर नहीं
तहव्वुर राणा और गुरपतवंत सिंह पन्नू
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने 26/11 मुंबई आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा (Tahawwur Rana) को भारत को सौंपने की मंजूरी दे दी है. पिछले महीने अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने तहव्वुर के भारत प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी. कोर्ट ने मामले में उसकी दोषसिद्धि के खिलाफ समीक्षा याचिका खारिज कर दी थी. इसके बाद ही राणा के भारत को सौंपे जाने का रास्ता साफ हो गया था, बस अमेरिकी सरकार की तरफ से हरी झंडी का इंतजार था.
ट्रंप ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘हम एक बहुत ही खतरनाक शख्स (तहव्वुर राणा) को भारत को सौंप रहे हैं. इसके अलावा और भी लोग हैं जिन पर कार्रवाई होगी, क्योंकि हमारे पास कई अनुरोध लंबित हैं.’ ट्रंप के इस बयान के बाद माना जा रहा है कि गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत लाने में सरकार को सफलता मिल सकती है.
पन्नू को भारत ने घोषित किया है आतंकी
गुरपतवंत सिंह पन्नू को भारत ने आतंकी घोषित कर रखा है. भारत में उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं. पन्नू आए दिन भारत को धमकियां देते रहा है. अमेरिका में ‘मर्डर-फॉर-हायर’ साजिश में भी उसका नाम सामने आया था. वहीं पन्नू की भारत विरोधी गतिविधियों में विदेशी संगठनों की भूमिका भी सामने आई हैं. बाइडेन प्रशासन के दौरान भारतीय खुफिया एजेंसियों पर पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया गया था. इसके बाद भारत सरकार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफाई देनी पड़ी थी.
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हालांकि, डोनाल्ड ट्रंप ने साफ तौर पर कहा है कि बाइडेन प्रशासन के दौरान भारत और अमेरिका के रिश्तों में खटास आई है. उन्होंने जो बाइडेन के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों की खुले तौर पर आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने पहले भी भारत के साथ मित्रतापूर्ण संबंध रखे हैं और बीच के कुछ साल (बाइडेन शासन) को छोड़ दें तो एक बार फिर दोनों देशों के बीच अच्छे संबंध बने रहेंगे.
ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन को आड़े हाथों लिया
ट्रंप प्रशासन ने इस मुद्दे को ‘बाइडेन प्रशासन की असफल नीति’ करार दिया है. इसके बाद भारत को उम्मीद है कि ट्रंप प्रशासन इस मामले को ज्यादा तूल नहीं देते हुए भारत-अमेरिका सुरक्षा सहयोग के तहत पन्नू को भी भारत को सौंपने को मंजूर दे देगा. अगर आने वाले समय में यह हुआ तो, अमेरिका की सरजमीं से भारत के खिलाफ लगातार जहर उगलने वाले पन्नू का प्रत्यर्पण देश के कूटनीतिक प्रयासों की बड़ी सफलता होगी.
पन्नू ने हाल ही में प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर भी जहर उगला था. एक वीडियो जारी करते हुए सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख ने हिंदुत्व की विचारधारा को खत्म करने का आह्वान किया था. महाकुंभ जैसे आयोजन को निशाना बनाकर सदियों से साथ रहने वाले समुदायों के बीच नफरत पैदा करने की पन्नू के इस कैंपेन की देश में निंदा हुई है.