Israel-Iran War: Donald Trump ने G-7 समिट बीच में छोड़ा, इजरायल-ईरान तनाव के बीच तेहरान खाली करने की दी चेतावनी

Israel-Iran War: ट्रंप ने कनाडा में आयोजित G-7 शिखर सम्मेलन को बीच में छोड़कर वाशिंगटन लौटने का फैसला किया है.
Donald Trump

डोनाल्ड ट्रंप ने दी तेहरान खाली करने की चेतावनी

Israel-Iran War: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने कनाडा (Canada) में आयोजित G-7 शिखर सम्मेलन (G-7 Summit) को बीच में छोड़कर वाशिंगटन लौटने का फैसला किया है. यह निर्णय मध्य पूर्व में इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर लिया गया है. ट्रंप ने ईरान को चेतावनी दी है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम पर तुरंत नियंत्रण लगाए और तेहरान को ‘तुरंत खाली’ कर दे. ट्रंप के इस बयान ने वैश्विक कूटनीति में हलचल मचा दी है.

G-7 समिट से अचानक वापसी

व्हाइट हाउस ने इसकी पुष्टि की है. प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि ट्रंप मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच ‘कई महत्वपूर्ण मामलों पर ध्यान देने’ के लिए जा रहे हैं. मंगलवार, 17 जून की सुबह व्हाइट हाउस ने बताया कि मिडिल ईस्ट में बढ़ते तनाव के चलते ट्रंप ने यह फैसला लिया है. हालांकि, अपने बयान में ईरान-इजराइल जंग का जिक्र नहीं किया है.

तेहरान खाली करने की चेतावनी

ट्रंप ने इसी बीच अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट कर तेहरान खाली करने की चेतावनी दी है. ट्रंप ने लिखा- ‘ईरान को परमाणु ‘समझौते’ पर हस्ताक्षर करने चाहिए. ईरान न्यूक्लियर हथियार नहीं रख सकता है. मैंने यह बार-बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए.’

ट्रंप ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि ईरान को परमाणु हथियार हासिल करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. हालांकि, उन्होंने इस चेतावनी के पीछे का ठोस कारण नहीं बताया.

इजरायल-ईरान युद्ध और तनाव

इजरायल ने हाल के दिनों में तेहरान सहित ईरान के कई सैन्य ठिकानों और परमाणु कार्यक्रम स्थलों पर हमले किए हैं. ईरानी मीडिया के अनुसार, मंगलवार सुबह तेहरान में कई विस्फोटों की आवाज सुनी गई. इन हमलों के कारण तेहरान में ट्रैफिक जाम और नागरिकों का पलायन शुरू हो गया है.

G-7 नेताओं के साथ मतभेद

रिपोर्ट्स के मुताबिक, ट्रंप और G-7 के अन्य नेताओं के बीच इजरायल-ईरान तनाव को कम करने के लिए तैयार संयुक्त बयान पर सहमति नहीं बन पाई. ट्रंप ने इस बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया, जिसके बाद उन्होंने सम्मेलन छोड़ने का फैसला किया.

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वैश्विक प्रतिक्रियाएं

ट्रंप के इस कदम और चेतावनी ने वैश्विक स्तर पर चिंता बढ़ा दी है. कुछ विशेषज्ञ इसे तृतीय विश्व युद्ध की आहट मान रहे हैं, जबकि अन्य का कहना है कि यह अमेरिका की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति का हिस्सा है. ट्रंप ने ईरान के परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर न करने के फैसले को ‘मूर्खतापूर्ण’ करार दिया और कहा कि अगर ईरान ने उनकी सलाह मानी होती, तो स्थिति इतनी गंभीर न होती है. उन्होंने ईरानी नेताओं से तुरंत बातचीत शुरू करने की अपील भी की.

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