Sambhal की Jama Masjid में मिले मंदिर होने के प्रमाण! पढ़ें 45 पेज की सर्वे रिपोर्ट की कहानी

Sambhal Survey Report: 45 दिन बाद 45 पन्नो के इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जामा मस्जिद के अंदर मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं. मस्जिद के अंदर दो वट वृक्ष हैं. अमूमन हिंदू धर्म के मंदिरों में ही वट वृक्ष की पूजा होती है.
Sambhal Jama Masjid

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Sambhal Survey Report: गुरुवार, 2 जनवरी को संभल की शाही जामा मस्जिद के सर्वे की रिपोर्ट बंद लिफाफे में कोर्ट में पेश की गई. का मीडिया रिपोर्ट्स में इस सर्वे रिपोर्ट की इनसाइड डिटेल बताई गई है. 45 दिन बाद 45 पन्नो के इस रिपोर्ट में बताया गया है कि जामा मस्जिद के अंदर मंदिर होने के प्रमाण मिले हैं. मस्जिद के अंदर दो वट वृक्ष हैं. अमूमन हिंदू धर्म के मंदिरों में ही वट वृक्ष की पूजा होती है.

गुरुवार को चंदौसी कोर्ट में संभल जामा मस्जिद की सर्वे रिपोर्ट पेश की गई. कोर्ट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने बताया है कि बंद लिफाफे में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान बनाए गए फोटो और वीडियो भी रिपोर्ट में पेश किए गए हैं.एडवोकेट कमिश्नर रमेश सिंह राघव ने करीब 45 पन्नों की रिपोर्ट सौंपी है. 4.5 घंटे की वीडियोग्राफी और 1200 से अधिक फोटो भी अदालत को सौंपे गए हैं.

क्या मिला मस्जिद में ?

मीडिया रिपोर्ट्स में दवा किया गया है कि शाही जामा मस्जिद में मंदिर होने के सबूत मिले हैं. मस्जिद में 50 से अधिक फूल, निशान और कलाकृतियां मिली हैं. अंदर 2 वट वृक्ष हैं. हिंदू धर्म में वट वृक्ष की पूजा की जाती है. एक कुआं है, उसका आधा हिस्सा मस्जिद के अंदर और आधा हिस्सा बाहर है. बाहर वाले हिस्से को ढंक दिया गया है.

इसके साथ ही पुराने ढांचे को बदला गया है. जिन जगहों पर पुराने ढांचे हैं, वहां नए निर्माण के सबूत मिले हैं. मंदिर वाले स्ट्रक्चर जैसे- दरवाजे, झरोखों और अलंकृत दीवारों पर प्लास्टर लगाकर पेंट कर दिया गया है. मस्जिद के भीतर जहां बड़ा गुंबद है, उस पर झूमर को तार से बांधकर एक चेन से लटकाया गया है। ऐसी चेन का इस्तेमाल मंदिरों में घंटों को लटकाने में किया जाता है.

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सर्वे के दौरान हुई थी हिंसा

शाही जामा मस्जिद को श्रीहरिहर मंदिर बताने वाली याचिकाओं की जांच के लिए संभल के सिविल कोर्ट ने एडवोकेट कमिश्नर को जिम्मेदारी दी थी. जिसके बाद पिछले साल 19 नवंबर की शाम करीब डेढ़ घंटे तक पहला सर्वे हुआ था. इसके बाद दूसरा सर्वे 24 नवंबर की सुबह टीम ने 3 घंटे किया था. उसी दिन संभल में हिंसा हुई थी. जिसमें 5 लोगों कीमौत हुई थी.

SC के आदेश तक नहीं खुलेगी रिपोर्ट

आगे की सुनवाई को लेकर एडवोकेट कमिश्नर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश तक रिपोर्ट नहीं खोली जाएगी. सुप्रीम कोर्ट का आदेश आने तक रिपोर्ट में क्या है, ये जज भी नहीं देख सकते हैं.

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