Lok sabha Election: कुलदीप बिश्नोई को बीजेपी ने हिसार से नहीं दिया टिकट, बेटे को भी नहीं मिला मंत्रालय, अब परिवार की नाराजगी आई सामने
Lok sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने रविवार को पांचवीं लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में हरियाणा समेत कई राज्यों के 111 प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की गई. हरियाणा में पार्टी ने 4 सीटों के उम्मीदवारों का ऐलान किया. इसमें हिसार सीट भी शामिल थी. पार्टी ने हिसार से बिजली मंत्री रणजीत चौटाला को मैदान में उतार दिया है. ऐसे में कुलदीप बिश्नोई(Kuldeep Bishnoi) का नाम न होने पर उनका दर्द और नाराजगी खुलकर सामने आ गई है.
लेकिन हमें मायूस नहीं होना है- कुलदीप बिश्नोई
होली के दिन कुलदीप बिश्नोई ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर एक वीडियो पोस्ट किया. इस वीडियो में उन्होंने अपना दुख और नाराजगी जाहिर की. उन्होंने वीडियो में कहा कि टिकट की घोषणा के बाद से हमारे पास समर्थकों के फोन आ रहे हैं, लेकिन हमें मायूस नहीं होना है. हमें पार्टी के लिए काम करना है. अभी जिदगी बहुत लंबी है. आज हमारी प्राथमिकता हमारा देश होना चाहिए और हमें पीएम मोदी के हाथ को मजबूत करना है. वीडियो में BJP नेता कुलदीप बिश्नोई ने हरियाणा के सभी 10 लोकसभा उम्मीदवारों को बधाई भी दी. उन्होंने कहा कि सभी को पार्टी का साथ देना है.
बेटे भव्य बिश्नोई ने भी जताई नाराजगी
आदमपुर से विधायक एवं पूर्व सीएम स्वर्गीय भजन लाल के पौत्र और कुलदीप बिश्नोई के बेटे भव्य बिश्नोई ने ट्वीट करके रणजीत सिंह चौटाला को टिकट दिए जाने पर आपत्ति जताई. भव्य बिश्नोई ने भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर लिखा कि राजनीति में आपकी लोकप्रियता ही अक्सर आपकी सबसे बड़ी कमजोरी साबित होती है. हालांकि उन्होंने यह ट्वीट डिलीट कर दिया. बताते चलें कि कुलदीप दो बार सांसद और चार बार विधायक रह चुके हैं. वहीं उनकी पत्नी रेणुका विश्नोई भी दो बार विधायक रह चुकी हैं. दोनों पति-पत्नी साल 2022 में भाजपा में शामिल हुए थे. वहीं टिकट ना मिलने पर बिश्नोई समाज ने भी ‘X’ पर नाराज होने का ट्रेंड भी चला दिया. बता दें कि हिसार कई सालों से भजन लाल परिवार का क्षेत्र रहा है.
सियासी गलियारों में अटकलों का दौर
कुलदीप बिश्नोई की ओर से जारी इस वीडियो को लेकर सियासी गलियारों में अटकलों का दौर भी शुरू हो गया है और सबसे बड़ा सवाल यह है कि टिकट न मिलने के बाद कुलदीप बिश्नोई क्या करेंगे? वहीं हरियाणा कैबिनेट में उनके बेटे को भी मंत्री नहीं बनाया गया, इस बात का अफसोस भी बिश्नोई परिवार को है. फिलहाल, दोनों की नाराजगी और पार्टी से टिकट न मिलने के बाद ऐसा भी नहीं कहा जा जकता कि कुलदीप बिश्नोई निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे या फिर किसी और पार्टी में शामिल होंगे, क्योंकि बिश्नोई ने खुलकर पार्टी को समर्थन देने की बात कही है.