“लोगों का आशीर्वाद, लोकतंत्र की विजय…”, G-7 आउटरीच सत्र में बोले PM मोदी, AI पर कही ये बात
G7 Summit 2024: पीएम मोदी इटली के समकक्ष जॉर्जिया मेलोनी के न्योते पर G7 समिट में भाग लेने इटली पहुंचे हैं. इस महीने तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा है. जी-7 शिखर सम्मेलन के आउटरीच सत्र में अपने संबोधन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “पिछले सप्ताह आप में से कई लोग यूरोपीय संसद के चुनावों में व्यस्त थे. कुछ साथी आने वाले समय में चुनावों के उत्साह से गुजरेंगे.”
पीएम मोदी ने कहा कि भारत में भी कुछ महीने पहले चुनाव का समय था. तकनीक के सर्वव्यापी उपयोग से पूरी चुनावी प्रक्रिया निष्पक्ष और पारदर्शी बनी है. यह मेरा सौभाग्य है कि भारत के लोगों ने मुझे लगातार तीसरी बार उनकी सेवा करने का अवसर दिया है. भारत के लोगों ने इस ऐतिहासिक जीत के रूप में जो आशीर्वाद दिया है, वह लोकतंत्र की जीत है. यह पूरे लोकतांत्रिक विश्व की जीत है.
साइबर सुरक्षा की चुनौतियों पर पीएम मोदी ने दिया जोर
अपने भाषण के दौरान पीएम मोदी ने साइबर सुरक्षा की चुनौतियों पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा, “प्रौद्योगिकी का उपयोग रचनात्मक उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए, विनाशकारी नहीं. तभी हम एक समावेशी समाज की नींव रख पाएंगे. भारत इस मानव-केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से बेहतर भविष्य के लिए प्रयास कर रहा है. भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर राष्ट्रीय रणनीति तैयार करने वाले पहले कुछ देशों में से एक है. इस रणनीति के आधार पर, हमने इस वर्ष एआई मिशन शुरू किया है. इसका आदर्श वाक्य ‘एआई फॉर ऑल’ है. ”
पीएम मोदी ने कहा कि यह सुनिश्चित करना चाहिए कि प्रौद्योगिकी का लाभ समाज के सभी कोनों तक पहुंचे और सभी में सर्वोत्तम क्षमता को उजागर किया जाए. सभी देशों को यह सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए कि भविष्य में एआई पारदर्शी, निष्पक्ष, सुरक्षित, सुलभ और जिम्मेदार बना रहे.
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2070 से पहले शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को पूरा करने की कोशिश: पीएम मोदी
ऊर्जा पर बोलते हुए पीएम ने कहा, “ऊर्जा के क्षेत्र में भारत का दृष्टिकोण चार सिद्धांतों – उपलब्धता, पहुंच, सामर्थ्य और स्वीकार्यता पर आधारित है. भारत COP के तहत की गई सभी प्रतिबद्धताओं को समय से पहले पूरा करने वाला पहला देश है. हम 2070 से पहले शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को प्राप्त करने के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं.”
उन्होंने ‘हरित युग’ शुरू करने के लिए सभी देशों को एक साथ आने के लिए कहा. पीएम मोदी ने 5 जून (विश्व पर्यावरण दिवस) को जारी किए गए एक नए कार्यक्रम की भी घोषणा की, जिसका नाम ‘एक पेड़ मां के नाम’ है, जो व्यक्तिगत स्पर्श और वैश्विक जिम्मेदारी के साथ एक बड़े पैमाने पर पर्यावरण आंदोलन के लिए है.