हरिद्वार से लेकर हाथरस तक 5 बड़े हादसे, जब भगदड़ की भेंट चढ़ी जिंदगियां, क्या हम सीख रहे हैं सबक?

दुर्भाग्य से, यह कोई अकेली घटना नहीं है. बीते कुछ महीनों में देश के अलग-अलग कोनों से भगदड़ की कई ऐसी खबरें आई हैं, जिन्होंने लोगों को चौंका दिया है.
Haridwar Stampede

हरिद्वार के मनसा देवी मंदिर में कोहराम!

Haridwar Stampede: धर्मनगरी हरिद्वार आज सुबह एक भीषण हादसे की गवाह बनी. मनसा देवी मंदिर में दर्शन के लिए उमड़ी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ में अचानक भगदड़ मच गई, जिससे 6 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई और 15 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. रविवार का दिन होने के कारण मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा था, और शायद यही भीड़ बेकाबू होकर इस त्रासदी का कारण बनी.

चश्मदीदों के मुताबिक, अचानक धक्का-मुक्की हुई और देखते ही देखते लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे, जिससे वहां चीख-पुकार मच गई. सूचना मिलते ही प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.

यह घटना एक बार फिर उन कड़वी सच्चाइयों की याद दिलाती है, जब भीड़ का प्रबंधन ठीक से न हो पाने के कारण खुशियों के पल मातम में बदल जाते हैं. दुर्भाग्य से, यह कोई अकेली घटना नहीं है. बीते कुछ महीनों में देश के अलग-अलग कोनों से भगदड़ की कई ऐसी खबरें आई हैं, जिन्होंने लोगों को चौंका दिया है.

देश में भगदड़ की 5 बड़ी घटनाएं

बेंगलुरु का चिन्नास्वामी स्टेडियम (4 जून, 2025): आईपीएल में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की शानदार जीत का जश्न मनाते हुए प्रशंसकों की बेकाबू भीड़ ने 11 जिंदगियां छीन लीं. क्रिकेट के इस महापर्व पर उमड़ी भीड़ को संभालना मुश्किल हो गया था.

गोवा का श्री लैराई देवी मंदिर (3 मई, 2025): गोवा के प्रसिद्ध श्री लैराई देवी मंदिर में वार्षिक उत्सव के दौरान मची भगदड़ में 6 श्रद्धालुओं ने दम तोड़ दिया और 100 से ज़्यादा लोग घायल हो गए. धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी एक बड़ा खतरा साबित होती है.

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन (16 फरवरी, 2025): देश की राजधानी का मुख्य रेलवे स्टेशन भी भगदड़ का गवाह बना था. प्रयागराज महाकुंभ जाने वाले यात्रियों की भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी. ट्रेनों का इंतजार कर रहे यात्रियों के बीच अचानक और भीड़ आ जाने से हालात बिगड़ गए.

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प्रयागराज महाकुंभ (29 जनवरी, 2025): मौनी अमावस्या के शाही स्नान के पवित्र अवसर पर संगम क्षेत्र में लाखों तीर्थयात्रियों की भीड़ जुटने से भगदड़ मची. इस भयावह घटना में 30 लोगों की मौत हो गई और 60 अन्य घायल हुए. प्रशासन ने तैयारी तो की थी, लेकिन उम्मीद से ज़्यादा भीड़ ने सारे इंतज़ामों पर पानी फेर दिया.

हाथरस, उत्तर प्रदेश (2 जुलाई, 2024): उत्तर प्रदेश के हाथरस में एक धार्मिक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ ने सबको हिलाकर रख दिया था. इस त्रासदी में 121 लोगों की जान चली गई, जिनमें ज़्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे. यह घटना दर्शाती है कि बिना उचित व्यवस्था के बड़े आयोजन कितने खतरनाक हो सकते हैं.

भीड़ को नियंत्रित करने के लिए योजना जरूरी

ये सभी घटनाएं एक ही बात की ओर इशारा करती हैं कि भीड़ प्रबंधन को हल्के में नहीं लिया जा सकता. चाहे मंदिर हो, स्टेडियम हो, रेलवे स्टेशन हो या कोई धार्मिक समागम, हर जगह पुख्ता सुरक्षा इंतज़ाम और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए स्पष्ट योजना का होना बेहद ज़रूरी है. उम्मीद है कि हरिद्वार की यह दुखद घटना प्रशासन और आयोजकों को सबक देगी.

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