विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस में कलह! कुमारी शैलजा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर बिना नाम लिए लगाए गंभीर आरोप
Haryana Congress: हरियाणा में राजनीतिक दल साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट गए हैं. राज्य में पहले से ही राजनीतिक रैलियां और यात्राएं चल रही हैं. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस महासचिव कुमारी शैलजा ( Kumari Selja) की अगुआई में दो समानांतर यात्राओं ने एक बार फिर पुरानी पार्टी में गुटबाजी को और तेज कर दिया है. इस बीच कुमारी शैलजा अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा (Bhupinder Singh Hooda) पर बिना नाम लिए गंभीर आरोप लगाए हैं. सैलजा ने अप्रत्यक्ष रूप से कहा है कि पार्टी को हरियाणा में कमजोर किया जा रहा है जो सबको दिख रहा है. कुमारी सैलजा ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि हरिय़ाणा में हालात बदले हुए नजर आ रहे हैं.
जो है वह सबको दिख रहा है: शैलजा
कुमारी शैलजा ने कहा, “जो है वह सबको दिख रहा है. वह इंचार्ज हैं इनका काम करने का अपना तरीका है. सारी बातें मीडिया के सामने नहीं करना चाहती लेकिन सारी बातें सबके सामने हैं.” इससे पहले पदयात्रा की घोषणा करते हुए शैलजा ने कहा, “सत्तारूढ़ भाजपा ने 44 शहरी विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस पर बढ़त हासिल की है. शहरी हरियाणा में पार्टी को मजबूत करने की जरूरत है. इस यात्रा की योजना बनाई जा रही है. पदयात्रा का मकसद भाजपा के जनविरोधी फैसलों को उजागर करना है. यात्रा का रूट और तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी.”
दोनों नेताओं ने की पदयात्रा की घोषणा
बता दें कि इससे पहले कुमारी शैलजा और भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने 7 जुलाई और 11 जुलाई को पदयात्रा की घोषणा की थी. पदयात्रा की घोषणा करते हुए शैलजा ने कहा कि वह राज्य के शहरी क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करेंगी. शैलजा की घोषणा के चार दिन बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा, हरियाणा कांग्रेस प्रमुख उदय भान और राज्य प्रभारी दीपक बाबरिया ने संयुक्त रूप से 11 जुलाई को चंडीगढ़ में ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ यात्रा की घोषणा की, जो उन्होंने शुरू भी कर दी.
दीपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में इस यात्रा को उदय भान ने 15 जुलाई को हरी झंडी दिखाई. भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष उदय भान भी 20 अगस्त से रथ यात्रा निकालेंगे, जो दीपेंद्र हुड्डा की यात्रा समाप्त होने के तुरंत बाद होगी. हालांकि शैलजा की पदयात्रा को अभी तक किसी पार्टी का समर्थन नहीं मिला है, लेकिन दीपेंद्र हुड्डा और भूपेंद्र हुड्डा की अगुआई में होने वाली यात्राएं मुख्य अभियान की शुरुआत होंगी, जिसे विधानसभा चुनाव के करीब पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी शुरू करेंगे.
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कांग्रेस ने खुद को किया उजागर!
दिलचस्प बात यह है कि कांग्रेस ने बेरोजगारी, महंगाई और कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने में भाजपा सरकार की विफलता को उजागर करने के लिए यात्रा की योजना बनाई थी, लेकिन उसने खुद को ही उजागर कर दिया. कांग्रेस हाईकमान के स्पष्ट निर्देशों के बावजूद कि राज्य के नेताओं को एकजुट मोर्चा पेश करना चाहिए, हरियाणा कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी गुट खुद को स्थापित करने के लिए समानांतर यात्राएं कर रहे हैं. कुमारी शैलजा की पदयात्रा को विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस में समानांतर सत्ता केंद्र बनाने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. उनके कई समर्थक उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पसंद करते हैं. हुड्डा खेमे ने पहले ही भूपेंद्र सिंह हुड्डा को चुनाव से पहले मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया है.
एक साथ नजर आ रहे हैं हुड्डा और उदय भान
हुड्डा और उदय भान के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया भी एक साथ नजर आ रहे हैं, जिससे विपक्षी गुट नाराज है. कुमारी शैलजा ने दीपक बाबरिया पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा खेमे की ओर झुकाव रखने और अन्य नेताओं की अनदेखी करने का आरोप लगाया है. गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है कि हुड्डा विरोधी खेमे के नेताओं ने ताकत दिखाने के लिए समानांतर यात्रा निकाली हो. इस साल जनवरी में, तत्कालीन SRK समूह (कुमारी शैलजा, रणदीप सिंह सुरजेवाला और किरण चौधरी) ने भी भूपिंदर सिंह हुड्डा के ‘घर घर कांग्रेस’ अभियान का मुकाबला करने के लिए हिसार में कांग्रेस संदेश यात्रा निकाली थी.